उत्तराखंड में खाद्य तेलों और दालों के बढ़े दामों ने बिगाड़ा रसोई का बजट, एक महीने में हुआ 20 फीसदी का इजाफा
देहरादून। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में खाद्य तेलों और दालों के साथ ही आटे के बढ़े भाव ने आम आदमी की रसोई का बजट फिर बिगाड़ दिया है। पिछले एक महीने में ही खाद्य तेलों के दाम 20 फीसदी तो दालों की कीमतें करीब 10 फीसदी बढ़ गईं हैं। फुटकर बाजारों में दालों की कीमतें ऊंचाइयों पर हैं। मलका चने के अलावा अन्य दाल 100 रुपये प्रति किलो से ऊपर बिक रही हैं।
पिछले साल जून में सरसों के तेल के दाम 90 से 100 रुपये रुपये के बीच थे, लेकिन अब यही तेल 180 से 200 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। पेट्रोल-डीजल के लगातार बढ़ते दामों के बीच खाद्य तेलों और दालों की कीमतों में भी भारी उछाल आया है। पिछले छह महीनों में रेट दोगुने तक पहुंच गए हैं। इससे रसोई का बजट गड़बड़ा गया है। 14 लीटर वाले टिन में भी तेल करीब 190 रुपये प्रति लीटर तक पड़ रहा है। फुटकर बाजार में फार्च्यून का 14 लीटर टिन 2750 से 2460 रुपये तक बिक रहा है।
वहीं, पतंजलि, पी मार्क का तेल भी करीब इसी कीमत पर बिक रहा है। रिफाइंड 2650 प्रति टिन, लोकल वाला 2460 से 2360 रुपये प्रति टिन बिक रहा है। वहीं, फॉरच्यून का एक लीटर रिफाइंड 165 से 170 रुपये, लाल किला सरसों का एक लीटर का पैकेट 160 से 165 रुपये किलो बिक रहा है।
थोक और फुटकर कीमतों में 15 से 25 रुपये प्रति लीटर तक का अंतर है। दून के हनुमान चौक, धर्मपुर बाजार, जाखन, बल्लूपुर, सीमाद्वार, रायपुर बाजार में कीमतों में दो-तीन रुपये प्रति लीटर का ही अंतर है। वहीं, दालों की बात करें तो फुटकर में अरहर 110 रुपये किलो, मलका 95 रुपये किलो, चना 80 रुपये किलो, काला चना 75 रुपये किलो, मसूर 100 रुपये किलो, उड़द 120 रुपये किलो, छोले 110 रुपये और राजमा 130 रुपये किलो बिक रहा है।
आटे के दाम में भी हुई बढ़ोतरी
दाल और खाद्य तेलों के अलावा आटे के दामों में भी बढ़ोतरी हुई है। फुटकर में आटा 235 से 300 रुपये प्रति दस किलो बैग बिक रहा है। जबकि, पिछले कुछ माह में आटा 200 से 205 रुपये प्रति दस किलो बैग बिक रहा था।