ख़बर इंडियाख़बर उत्तराखंड

बद्रीनाथ धाम में पढ़ी गई नमाज़! भड़के पुरोहित

ब्यूरो रिपोर्ट जोशीमठ। इतिहास में पहली बार ईद के मौके पर हिंदुओं के पवित्र तीर्थ स्थलों में से एक भगवान बदरी विशाल के धाम में मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों द्वारा नमाज अदा की गई जिसके बाद बद्रीनाथ धाम के तीर्थ कपाल पुरोहित और पंडा समाज में भारी आक्रोश है।

विश्व हिंदू परिषद, हिंदू जागरण मंच और बजरंग दल ने बदरीनाथ धाम में एक समुदाय विशेष के लोगों पर ईद की नमाज पढ़ने का आरोप लगाया है. विश्व हिंदू परिषद ने तो इस मामले पर चमोली जिले के प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग भी की है. इस मामले में चमोली पुलिस की तरफ से बयान आया है.

बुधवार को सोशल मीडिया पर इस तरह की खबरें वायरल हो रही थी। बता दें कि बद्रीनाथ धाम में आस्था पथ नामक संस्था की पार्किंग का निर्माण कार्य चल रहा है जिस में कार्यरत मुस्लिम समुदाय के मजदूरों ने आज बद्रीनाथ धाम में ईद की नमाज अदा की पर बद्रीनाथ धाम के पंडा समाज और तीर्थ पुरोहित धाम में ईद की नमाज पढ़े जाने से काफी नाराज हैं।

बदरीनाथ धाम में एक समुदाय विशेष के लोगों ने नमाज पढ़ी है. जबकि वहां पर कोरोना के कारण किसी को भी जाने की अनुमति नहीं है. चारधाम यात्रा स्थगित है, लेकिन फिर भी कुछ लोग वहां गए और उन्होंने बदरीनाथ धाम में ईद की नमाज पढ़ी. साथ ही कहा जा रहा था कि विद्यार्थी परिषद, हिन्दू जागरण मंच और बीजेपी के कार्यकर्ता बदरीनाथ धाम के लिए रवाना हो चुके हैं.

तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि बद्रीनाथ धाम में नमाज पढ़ा जाना हिंदू मान्यताओं और परंपराओं को ठेस पहुंचाता है। स्थानीय विनोद नवानी और ब्रह्म कपाल तीर्थ पुरोहित संघ के अध्यक्ष उमेश सती का कहना है कि बद्रीनाथ धाम में मुस्लिम समुदाय के द्वारा नवाज पढ़ा जाना अच्छा संकेत नहीं है। उन्होंने कहा कि बद्रीनाथ धाम हिंदुओं का पवित्र तीर्थ स्थल है धाम में इस प्रकार की गतिविधियां धाम की मर्यादा को भंग करती है।

वहीं इन अफवाहों को तब और बल मिल गया जब विहिप के अध्यक्ष राकेश चंद्र मैठाणी, हरि प्रसाद ममगाईं, देवी प्रसाद देवली, राठौर, अतुल शाह, शंभु प्रसाद पंत, हर्ष प्रसाद चमोली और वेद प्रकाश भट्ट की तरफ से एक ज्ञापन चमोली जिले के प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज को दिया गया. ज्ञापन के जरिए बदरीनाथ धाम में नमाज पढ़ने का विरोध किया है.

चमोली पुलिस के मुताबिक ईद के मौके पर इन्हीं लोगों ने बिना लाउडस्पीकर, मौलवी की अनुपस्थिति में और बंद कमरों में कोविड नियमों का पालन करते हुए नमाज अदा की है. वैसे तथाकथित इन आरोपों की जांच के आदेश दिए गए हैं. यदि नियमों का उल्लंघन हुआ होगा तो उनके खिलाफ डीएम एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी. चमोली पुलिस ने जनता से अपील की है कि बिना सत्यता जाने इस प्रकार के भ्रामक संदेश सोशल मीडिया पर न डालें.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *