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आरोप: नौ दिन बंधक बनाकर महिला का बलात्कार! पुलिस कांस्टेबल सहित 4 पर केस दर्ज

ब्यूरो रिपोर्ट गुरुग्राम: यूँ तो पुलिस हमेशा से ही सुर्खियों में बनी रहती है। सदैव जनता की सेवा को सदैव तत्पर रहती है। मुसीबत आने पर जनता की हर छोटी बड़ी समस्या का समाधान करती है। तो वहीं दूसरी ओर कुछ पुलिस वाले अपनी वर्दी का गलत इस्तेमाल करते हैं, इस रिश्ते को कलंकित करने से नहीं चूकते। इस कारण ईमानदार पुलिस ऑफिसर को भी निराशा हाथ लगती है।

दरअसल ऐसा ही एक मामला गुरुग्राम से सामने आया है जहां जनता की रक्षा करने वाले एक पुलिस कॉन्स्टेबल ने महिला के साथ बलात्कार किया है। जहां रक्षा करने वाला ही भक्षक बन गया। महिला ने आरोप लगाया कि उसके साथ 9 दिनों तक बंधक बनाकर बलात्कार किया गया।

पुलिस ने यहां एक दलित महिला को नौ दिन तक बंधक बनाकर बलात्कार करने के आरोप में चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जबकि एक व्यक्ति ने आरोप लगाया कि शिकायत दर्ज कराने में पीड़िता की मदद करने के लिए कुछ लोगों ने उसकी पिटाई की।

महिला ने शिकायत में आरोप लगाया कि एक पुलिस कांस्टेबल सहित आरोपियों ने उसे नशीला इंजेक्शन लगाया था, जिसके चलते वह ज्यादातर समय बेहोश रही। पुलिस ने कहा कि विवाहित महिला यहां सोहना के पास उसके गांव के रहने वाले संदिग्धों को पहचानती है।

पुलिस ने कहा कि महिला 30 जून को एक परिचित से बात कर रही थी, तभी उसके दो दोस्त कार में वहां पहुंच गए। वे उसके साथ फरीदाबाद के बल्लभगढ़ की ओर चले गए, जहां उसे एक कमरे में बंद कर कई बार बलात्कार किया गया। पुलिस ने कहा कि महिला की उम्र 20 वर्ष बताई जा रही है। उसे 8 जुलाई को बल्लभगढ़ बस स्टैंड पर छोड़ दिया गया था, जिसके बाद उसने अपने परिवार से संपर्क किया और घर पहुंच गई। बाद में उसने 10 जुलाई को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।

पुलिस ने कहा कि बलात्कार, अपहरण और अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की संबंधित धाराओं सहित आईपीसी के विभिन्न प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया। पुलिस ने कहा कि आरोपियों को गिरफ्तार किया जाना बाकी है। पुलिस थाना सदर, सोहना के निरीक्षक उमेश कुमार ने बुधवार को कहा, ”मामले की जांच जारी है।”

उन्होंने कहा कि मामले में शिकायतकर्ता द्वारा नामजद कांस्टेबल फरीदाबाद में तैनात है। इस बीच, मंगलवार को महिला के गांव के एक व्यक्ति ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराने में मदद करने का दावा किया और आरोप लगाया कि पीड़िता की शिकायत दर्ज कराने में मदद करने के लिए कुछ लोगों ने उसके साथ मारपीट की।

उसने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया कि कुछ लोग उसके द्वारा संचालित निजी स्कूल के परिसर में घुस गए। मारपीट की और गांव में उसकी परेड कराई। निरीक्षक उमेश कुमार ने कहा, ‘प्रारंभिक जांच के दौरान, यह पाया गया कि घटना उस मामले से संबंधित नहीं है, जिसमें महिला ने शिकायत दर्ज कराई है। हालांकि, जांच जारी है।

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