ब्यूरो रिपोर्ट: एक ओर जहां देश दुनिया में कोरोन वायरस वैश्विक महामारी अभी थमी नहीं है वहीं दूसरी ओर कोरोना की तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच मणिपुर में एक बार फिर कर्फ्यू लगाया गया है. राज्य में डेल्टा वैरिएंट के बढ़ते खतरे को देखते हुए राज्य सरकार ने 10 दिन का पूर्ण कर्फ्यू लगाया है, जो 18 जुलाई से शुरू होगा. तीसरी लहर को लेकर जो खतरा बताया जा रहा है, ऐसे में इसकी दस्तक से पहले इस तरह कठिन नियम लागू करने वाला मणिपुर पहला राज्य भी बन गया है.
मणिपुर हेल्थ डिपार्टमेंट द्वारा जारी नोटिस के मुताबिक, मणिपुर में डेल्टा वैरिएंट का फैलना चिंता का विषय है. ऐसे में चेन को ब्रेक करने के लिए सख्त कदम की ज़रूरत है. इसी को देखते हुए राज्य सरकार 10 दिन का सख्त कर्फ्यू लगा रही है.
सरकार के मुताबिक, इस दौरान सिर्फ जरूरी कामकाज की इजाजत होगी. इनमें वैक्सीनेशन, कोविड टेस्टिंग, मेडिकल सर्विस, वाटर सप्लाई, पावर सप्लाई, इंटरनेट सर्विस, खेती और एयर ट्रैवल सर्विस जारी रहेंगी. बता दें कि ये बिल्कुल वैसा ही है, जैसा पूर्ण लॉकडाउन के दौरान हुआ था.
उत्तरी-पूर्वी भारत के राज्य मणिपुर में कोरोना के डेल्टा संस्करण के तेजी से प्रसार को देखते हुए पूर्ण कर्फ्यू की घोषणा की गई है.
वहीं, पड़ोसी राज्य असम में पिछले 24 घंटों में 1,992 नए कोविड मामले, 2,498 डिस्चार्ज और 27 मौतें दर्ज़ की गई. असम में सक्रिय मामले 19,120 हैं, जबकि अब तक कुल डिस्चार्ज यानी बीमारी से ठीक हुए लोगों की संख्या 5,17,041 है और कुल 4,937 लोगों की जानें जा चुकी हैं.
बता दें कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 प्रबंधन में मदद करने के लिए महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, असम, मेघालय, ओडिशा, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, नागालैंड और त्रिपुरा में केंद्रीय टीमों को तैनात किया गया है.