ब्यूरो रिपोर्ट देहरादून: उत्तराखंड में मुख्यमंत्री बदलने के साथ ही ब्यूरोक्रेसी में भी बदलाव देखने को मिल रहा है। तो वहीं आईएएस अधिकारी दीपक रावत को ऊर्जा निगमों में प्रबंध निदेशक के तौर पर नियुक्त तो किए गए, लेकिन आदेश जारी होने के 4 दिन बाद भी उन्होंने अब तक प्रबंध निदेशक पद पर ज्वाइनिंग नहीं ली है.
खबर है कि दीपक रावत इस पद पर काम नहीं करना चाहते हैं. जिसके बाद यूपीसीएल, पिटकुल और उरेडा में प्रबंध निदेशक पद पर किसी नए चेहरे को लेकर तलाश शुरू कर दी गई है. आईएएस अधिकारियों की तबादला सूची जारी होने के बाद ऊर्जा मंत्री हरक सिंह रावत की नाराजगी की खबरें काफी चर्चाओं में रही थी.
ऊर्जा मंत्री हरक सिंह रावत न केवल सचिव ऊर्जा सौजन्य के अपने विभाग में भेजे जाने से नाराज बताए गए, बल्कि प्रबंध निदेशक के तौर पर दीपक रावत की नियुक्ति भी उनकी नाराजगी की वजह मानी गई. खबर है कि आईएएस दीपक रावत भी प्रबंध निदेशक पद पर नहीं रहना चाहते हैं.
सूत्र बताते हैं जिसको लेकर उन्होंने ऊर्जा मंत्री से भी बात की है. उधर, हरक सिंह रावत भी दीपक रावत के इनकार के बाद किसी दूसरे चेहरे की तलाश करने में जुट गए हैं. खबर है कि ऊर्जा निगम में अब प्रबंधन निदेशक के लिए विभाग के ही वरिष्ठ अधिकारी के नाम पर विचार किया जा रहा है. जब ऊर्जा मंत्री हरक सिंह रावत से भी इस संबंध में बातचीत की तो उन्होंने इस बात को स्वीकार करते हुए साफ किया कि उन्होंने दीपक रावत से प्रबंध निदेशक पद पर नियुक्ति को लेकर बातचीत की है और इसको लेकर फिलहाल विचार किया जा रहा है.