बीते दिनों उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश से सामान्य जीवन अस्त-व्यस्त हो गया। लगातार बरसात की दस्तक से उत्तराखंड में तबाही का मंजर देखने को मिला। उत्तरकाशी में रविवार देर रात बादल फटने के कारण अचानक भागीरथी नदी समेत गाड़-गदेरे उफान पर आ गए।
इसके मद्देनजर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा प्रवाहित क्षेत्रों में राहत बचाव के लिए एसडीआरएफ को भेजा। सीएम धामी ने आपदा प्रवाहित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को आश्वासन दिया कि वह उनके साथ हैं। इसके मद्देनजर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी गोपेश्वर जाने वाले थे लेकिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का गोपेश्वर दौरा रद्द हो गया है। मौसम खराब होने के कारण यह दौरा रद्द किया गया है।
हालांकि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सड़क मार्ग से उत्तरकाशी पहुंचेंगे। उत्तरकाशी में मुख्यमंत्री आपदा प्रभावित मांडो और कनरानी गांव का मुआयना करेंगे। बता दें कि विगत दिनों यहां बादल फटने की घटना हुई थी। बता दें कि प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी 21 जुलाई से चमोली जिले के दो दिवसीय दौरे पर गोपेश्वर पहुंचने वाले थे।
मुख्यमंत्री मंगलवार को सचिवालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिग से प्रदेश में अतिवृष्टि और आपदा प्रबंधन की समीक्षा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने जिलाधिकारियों मानसून से हुए नुकसान की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने आपदा प्रबंधन विभाग को 24 घंटे अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए। कहा कि किसी भी घटना की स्थिति में जल्द से जल्द राहत व बचाव कार्य संचालित हों। रेस्पोंस टाइम को कम से कम किया जाए। कहीं कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जिलाधिकारियों को ताकीद किया कि तहसील और जिला स्तर की समस्याएं शासन में आई तो इसके लिए संबंधित जिले का अधिकारी जवाबदेह होगा। उन्होंने कहा कि आमजन को अपनी समस्या के समाधान के लिए परेशान नहीं होना चाहिए। जनहित के कार्यों में ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।