Javed Hussain:- सदैव ही सम्पूर्ण ऊर्जा और कौशल का निखार तभी पूर्ण प्रवाह में होता है जब नेतृत्व सशक्त ओर कुशल हो। आज उत्तराखंड के नव नियुक्त मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के हरिद्वार आगमन पर युवाओँ का जोश अपने नेतृत्व पर पूर्ण विश्वास और समर्पण को व्यक्त कर रहा था। वहीं मुख्यमंत्री के सम्बोधन में स्वभाव की सरलता किन्तु विचारों की दृढ़ता स्पष्ट दिखाई दे रही थी।
मुख्यमंत्री द्वारा पर्व सीएम तीरथ सिंह को सम्मान न दिये जाने के क्रम में नोकरशाहों को कठोरता से कहा कि वरिष्ठता को सम्मान, ओर समय दे। सम्बोधन के दौरान उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम रावत से उनके पिछले 25 सालों से मैत्रीपूर्ण सम्बन्ध रहे हैं, ओर यह सम्बन्ध राजनीति से परे मित्र रूप है।
साथ ही अवसरवादी ओर अफसरशाही के लिए पूर्व सन्देश ओर अदृश्य चेतावनी भी मुख्यमंत्री ने अपने सम्बोधन में दी। जो स्वंम को अनुशासन से परे और कुछ हद तक बेलगाम भी है उन्हें भी हर परिस्थिति में प्रोटोकॉल का पालन करना ही होगा, अथवा कराया जाएगा। हर परिस्थिति में लोकतंत्र की मर्यादा ओर जनता की सेवा की भावना को आत्मसात करना होगा।
मुख्यमंत्री द्वारा युवाओं ओर कार्यकताओं को सम्बोधन से जहां जोश से लबरेज किया गया, साथ ही नई ऊर्जा भी कार्यकर्ताओं में भरी। मुख्यमंत्री द्वारा यह कथन की में मुख्यमंत्री नही बल्कि आप मुख्यमंत्री हो दर्शाता है। कि प्रदेश के प्रति आपकी जिम्मेदारी भी मेरे ही समतुल्य है। इस प्रकार एक शीर्ष नेतृत्व के द्वारा युवा कार्यक्रताओं को सरल शब्दों के सम्बोधन से शिक्षा के साथ ही जोश भी प्रदान किया गया।