ब्यूरो रिपोर्ट देहरादून: एक और जहां प्रखंड में कोरोनावायरस वैश्विक महामारी के आतंक को कम करने के लिए सरकार ने कोविड-कर्फ्यू लगाया। ताकि इस कोरोनावायरस से निजात मिल जाए। हालांकि कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की तादाद कम होने के चलते राज्य में अनलॉक करते हुए राज्य में ढील दी गई। कोविड-19 संक्रमण के चलते इस साल भी कांवड यात्रा नहीं होगी।
उत्तराखंड सरकार ने तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए कांवड़ यात्रा को प्रतिबंधित कर दिया है। कोरोना संक्रमण के कारण उत्तराखंड सरकार ने लगातार दूसरे साल कांवड़ यात्रा रद्द कर दी है. इसके मद्देनजर देशभर से धर्मनगरी हरिद्वार आने वाले कांवड़ियों पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध रहेगा. इस संबंध में मंगलवार को उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय में 8 राज्यों के पुलिस आलाधिकारियों से इंफोर्समेंट लागू करने जैसे विषयों पर सामंजस्य को लेकर बैठक का आयोजन किया गया.
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने प्रदेश के पड़ोसी राज्यों से आने वाले कांवड़ियों से अनुरोध किया है कि वह कांवड़ लेकर उत्तराखंड के किसी भी शहर में प्रवेश न करें। डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि हरिद्वार में कांवड़ियों की एंट्री पर प्रतिबंध लगाया गया है। डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि सावन महीने में यूपी-उत्तराखंड बॉर्डर सील कर दिया जाएगा।
दूसरी ओर कोविड महामारी के कारण कांवड़ मेला रद्द होने के बावजूद भी अगर बाहरी राज्यों से कांवड़ियों के जबरन उत्तराखंड में प्रवेश करने की बात सामने आती है तो, ऐसी सूरत में आपदा व डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत ना सिर्फ मुकदमा दर्ज किया जाएगा बल्कि, 14 दिन के लिए क्वारंटाइन भी किया जाएगा
मंगलवार को पुलिस विभागों की अंतर-राजकीय बैठक के बाद, डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि हरिद्वार कुंभ से सबक लेते हुए उत्तराखंड सरकार ने कांवड़ यात्रा पर रोक लगा दी है। उन्होंने चेताया कि प्रतिबंध के बाद भी कांवड़ यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं पर महामारी एक्ट में केस दर्ज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ऐसे श्रद्धालुओं से पुलिस द्वारा सख्ती से निपटा जाएगा।
विदित है कि कुंभ मेले के दौरान रियायत दिए जाने की वजह से सरकार को किरकिरी का सामना करना पड़ा है। इसलिए सरकार ने ऐहतियातन कांवड़ यात्रा पर रोक लगा दी है। डीजीपी ने सभी शिवभक्तों से अपील है कि वह अपने आसपास के शिवालयों में ही जल चढ़ाएं।
डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि कोरोना के प्रकोप के चलते कांवड़ मेला प्रतिबंधित करने का निर्णय लिया गया है. ऐसे में लोग इस दौरान हरिद्वार ना आएं. लोग घरों में सुरक्षित रहें और सद्भावना-भाईचारा के साथ अपने आस्था से जुड़े पर्व को मनाएं. कोरोना संक्रमण से खदु को बचाएं और दूसरों की सुरक्षा का भी पूरा ख्याल रखें। बैठक में पंजाब, यूपी, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश आदि राज्यों के पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।