उत्तरकाशी से अनिल रावत की रिपोर्ट: खबर उत्तरकाशी से जहां आज जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने विकास खंड मोरी के आराकोट में वन विभाग परिसर में 2019 में आयी आपदा से प्रभावित क्षेत्र वासियों की समस्याएं सुनीं। उसके उपरांत जिलाधिकारी ने 2019 में आयी आपदा में वर्तमान तक किये गए पुनः निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण कर जायजा लिया। जिलाधिकारी ने मलाना,मोल्डी,बरनाली, टिकोची, चिंवा आदि गांव का स्थलीय निरीक्षण किया।
क्षेत्रवासियों द्वारा अगस्त 2019 में आयी आपदा से हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति के लिए विभिन्न मांग रखी। क्षेत्रवासियों द्वारा आपदा से प्रभावित किसान बागवानों की केसीसी ऋण माफी व व्यापारिक प्रतिष्ठान को आर्थिकी सहायता प्रदान करने की मांग की। टिकोची में सचल दल केंद्र व एलोपैथिक केंद्र खोलने की मांग की गई है। कलीच,थुनारा, माकुली, मैजणी में बिजली के पोल गिर रहें है व बिजली की झूलती तारों को ठीक कराने की मांग की गई ।
इसके अतिरिक्त गमरी में सिचाई नहर व खड्ड में सुरक्षा दीवार लगाए जाने की भी ग्रामीणों द्वारा मांग की। सेब का सीजन नजदीक आने पर उच्च गुणवत्ता वाली सेब की पेटियां उपलब्ध कराने की मांग की गई। भूमिहीन परिवारों को सरकारी जमीन का पट्टा दिये जाने व राशन कार्ड सुधारीकरण की मांग की गई। सड़क व पुल निर्माण के कार्य तेजी के साथ किए जाने की मांग की।
क्षेत्रवासियों की मांग पर जिलाधिकारी ने बंगाण पट्टी के लिए राशन कार्ड सुधारीकरण के लिए एक सप्ताह के भीतर आराकोट में बहुउद्देश्यीय शिविर लगाने का भरोसा दिया। आराकोट आपदा में भूमिहीन ग्रामीणों को सरकारी भूमि का पट्टा दिए जाने को लेकर सर्वे कराने के निर्देश एसडीएम को दिए। सड़क,पुल व भवनों के निर्माण हेतु शीघ्र स्टीमेट बनाने के निर्देश सम्बंधित अधिकारियों को दिए। झुलती हुई बिजली की तारों व पोल को तत्काल ठीक कराने के निर्देश ईई विद्युत को दिए।
अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग द्वारा अवगत कराया गया कि आराकोट आपदा में तात्कालिक रूप से साढ़े चार करोड़ के निर्माण कार्य किए गए। इसके अतिरिक्त आपदा से प्रभावित 12 सड़कें टेकअप की गई जिसकी लागत 13 करोड़ है, चार पूल बनाये जाने है जिनकी लागत 38 करोड़ है सभी के स्टीमेट 10 अगस्त तक शासन को भेजे दिए जाएंगे। उपरोक्त 12 सड़कों में से 2 सड़के आराकोट – नकोट व टिकोची- दुचाणु- किराणु -सिरतोली मोटर मार्ग का कार्य वर्तमान में पूर्ण हो चुका है।
सिंचाई विभाग द्वारा बाढ़ सुरक्षा कार्य हेतु करीब 27 करोड़ के स्टीमेट बनाये गए। जिसमें चिंवा, टिकोची, मोल्डी, आराकोट स्नेल,रवाडा, आदि क्षेत्रों में बाढ़ सुरक्षा के कार्य किये जाने है।आपदा में विद्युत विभाग की 12 विद्युत लाइन व 5 ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हुए थे। वर्तमान में सभी गांव में विद्युत आपूर्ति सुचारू है। इस दौरान एसडीएम पुरोला सोहन सैनी, सीएचओ डॉ रजनीश सिंह, अधिशासी अभियंता लोनिवि धीरेंद्र कुमार, सहित अन्य ग्रामीण उपस्थित थे।