मसूरी से वरिष्ठ संवाददाता सतीश कुमार की रिपोर्ट: उत्तराखंड में कोरोना की रफ्तार भले ही कम पड़ गई हो लेकिन सरकार अभी भी एक्शन मोड में है क्योंकि सरकार किसी भी तरह का खतरा नहीं मॉल लेना चाहती है उत्तराखंड में कोरोना पॉजिटिव को लेकर बढ़ती सख्ती से राहत तो मिली है, लेकिन पर्यटक स्थलों पर सख्ती जारी है। ऐसे में प्रशासन ने अब मसूरी आने वालों के लिए नई गाइडलाइन जारी कर दी है।
यदि आप भी वीकेंड पर पहाड़ों की रानी मसूरी की ओर घूमने का इरादा कर रहे हैं,तो इस खबर को एक बार पूरा जरूर पढ़िए। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने सप्ताहांत में पर्यटन स्थलों पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए इस बार मसूरी के लिए पर्यटकों की संख्या निर्धारित की है। इस वीकेंड मसूरी में सिर्फ 15,000 पर्यटक ही ठहर पाएंगे।
आपको बता दें कि मसूरी के लिए जारी गाइडलाइन में यह शर्त प्रमुखता से जोड़ते हुए स्थानीय पुलिस-प्रशासन को इसका अनुपालन कराने के आदेश दिए गए। बीते पांच हफ्ते से चली आ रही व्यवस्था को बरकरार रखते हुए वीकेंड पर मसूरी आ रहे पर्यटकों के लिए 72 घंटे के भीतर की कोरोना की निगेटिव जांच रिपोर्ट, देहरादून स्मार्ट सिटी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन और होटल बुकिंग की अनिवार्यता जारी रखी है।
आपको बता दें कि प्रशासन ने वीकेंड पर भी मसूरी में दोपहिया वाहनों के प्रवेश पर रोक जारी रखी है। जिलाधिकारी ने मसूरी में सिर्फ 15 हजार पर्यटकों के ठहरने की शर्त जोड़ी है। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने मसूरी, सहस्रधारा और गुच्चूपानी जैसे पर्यटक स्थल पर वीकेंड पर नदी, तालाब व झरनों में पर्यटकों का प्रवेश भी प्रतिबंधित कर दिया है।
मसूरी के सभी होटलों, गेस्ट हाउस और होमस्टे को प्रशासन में ठहरने वाले पर्यटकों का रिकॉर्ड उपलब्ध कराने को कहा गया है। मसूरी में लगभग 350 होटल, लॉज, गेस्ट हाउस और होम स्टे हैं, जिनमें 25,000 पर्यटक ठहर सकते हैं। इसके साथ ही 1000 वाहनों की पार्किंग की क्षमता है।
बरहाल यदि आप पहाड़ों की रानी मसूरी में घूमने जा रहे हैं तो कोविड-19 का अनुपालन करना अनिवार्य है कोविड-19 पालन करने के लिए 2 गज दूरी और मास्क लगाना जरूरी है। क्योंकि यह आपका सुरक्षा कवच है।