डेढ़ बीघा भूमि व उस पर बने भवन को सरकारी अस्पताल हेतु दान देने की करी घोषणा। हल्दूचौड़ से मुकेश कुमार की रिपोर्ट: ग्राम पंचायत गंगापुर कबडवाल के ग्राम कृष्णानवाड़ निवासी पूरन सुनाल ने पिछले 16 वर्षों से लंबित 3 बीघा जमीन के विवाद के सुलझने की उम्मीद पर जहां प्रशासनिक अफसरों का आभार ब्यक्त किया है वहीं अपनी डेढ़ बीघा जमीन व उस पर बने हुए भवन को सरकारी अस्पताल के लिए दान दिए जाने की घोषणा की है।
गौरतलब है कि पूर्व में देहदान करने की घोषणा कर चुके पूरन सुनाल का कहना है कि उनकी पुस्तैनी भूमि 65 बीघा थी वारिसानों के हिस्से बटवारे के मुताबिक उन्हें 10 बीघा भूमि मिलनी चाहिए थी किन्तु उनके ही अपने कुछ लोगों द्वारा उनकी तीन बीघा जमीन दबा दी गयी। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके ही कुछ अपने लोग उन्हें व उनके दिब्यांग भाई को बेवजह परेशान कर उनकी जमीन हड़पने का प्रयास कर रहे थे, जिसके लिए उन्होंने वर्ष 2006 में न्यायालय की शरण ली किन्तु वर्ष 2006 से मामला न्यायलय में लंबित पड़ा हुआ था।
उक्त मामले में दुशरे पक्ष ने भी अदालत की शरण ली थी। पूरन सुनाल के अनुसार वह 2006 से लगातार अदालत के चक्कर काटते रहे। किन्तु नतीजा सिफर ही रहता था। 16 साल बाद तत्कालीन परगनाधिकारी ऋचा सिंह वर्तमान में सिटी मजिस्ट्रेट हल्द्वानी के पद पर आसीन है उन्होंने उनका दर्द समझा। उक्त प्रकरण में दोनों पक्षों को सुनते हुए फैसले हेतु 28 अप्रैल की तिथि निर्धारित की किन्तु कोविड कर्फ्यू के चलते मामले का निस्तारण नहीं हो पाया।
उपजिलाधिकारी ऋचा सिंह का स्थानंतरण हो गया। अब नए परगनाधिकारी मनीष कुमार सिंह के पास उक्त मामला लंबित है। अब फैसले हेतु 16 अगस्त की तारीख नियत की गई है।पूरन सुनाल का कहना है कि उन्हें न्यायलय पर पूर्ण विश्वास है। पूरन ने 16 वर्षो से लंबित वाद को निर्णायक स्थिति तक ले जाये जाने पर तत्कालीन उपजिलाधिकारी ऋचा सिंह व वर्तमान उपजिलाधिकारी मनीष कुमार सिंह समेत सहयोग देने वाले सभी प्रशासनिक अधिकारियों का आभार ब्यक्त करने के साथ ही डेढ़ बीघा भूमि व उस पर बने उनके आवासीय भवन को सरकारी अस्पताल हेतु सरकार को दान में दिए जाने की घोषणा की है।