रुद्रपुर। वारिस पंजाब दे का प्रमुख और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के उत्तराखंड के रास्ते नेपाल भागने की आशंकाओं के बीच बार्डर पर पुलिस का कड़ा पहरा है। वहीं ऊधम सिंह नगर पुलिस ने उसका पता बताने वालों के लिए दूरभाष नंबर जारी कर दिए हैं। सूचना देने वाले का नाम पता गुप्त रखा जाएगा। इसके लिए पुलिस ने सार्वजनिक स्थल पर चस्पा पोस्टर और पुलिस के फेसबुक पेज पर भी दूरभाष नंबर दिए हैं। अमृतपाल को लेकर ऊधम सिंह नगर पुलिस हाई अलर्ट मोड पर है।

ऊधमसिहंगनर के एसएसपी मंजूनाथ टीसी के अनुसार उत्तर प्रदेश से सटे बिजनौर, मुरादाबाद, बरेली, रामपुर और पीलीभीत के साथ ही पड़ोसी नेपाल से सटे बार्डर को सील कर चेकिंग की जा रही है। पुलिस ने अमृतपाल और उसके साथियों की सूचना पुलिस को मिल सके, इसके लिए दूरभाष नंबर जारी किए गए हैं। जिसमें ऊधम सिंह नगर पुलिस का कंट्रोल रूट का नंबर 9411112980, हेल्प लाइन नंबर 112 और एसएसपी का मोबाइल नंबर 9411112711 सार्वजनिक किया गया है। जिसे पुलिस ने सार्वजनिक स्थलों पर चस्पा अमृतपाल सिंह के पोस्टरों के साथ ही अपने फेसबुक पेज पर दिया है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक सूचना देने वाले का नाम पता गुप्त रखा जाएगा।

शुक्रवार को रुद्रपुर से सटे उत्तर प्रदेश के बिलासपुर में सार्वजनिक स्थान पर फरार अमृतपाल सिंह के समर्थन में पोस्टर चस्पा करने वाले पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। रुद्रपुर से महज 20-25 किलोमीटर दूर बिलासपुर में चस्पा हुए पोस्टर के मामले में ऊधमसिंहनगर पुलिस यह पता लगा रही है कि इनका जिले से कोई कनेक्शन तो नहीं है। कुमाऊं एसटीएफ ने भी जिले के काशीपुर, बाजपुर, गदरपुर, सितारगंज, नानकमत्ता और खटीमा में अमृतपाल सिंह को फालो करने वाले कई लोगों से पूछताछ की है। साथ ही पता लगाया जा रहा है कि बीते 10 से 15 दिन के भीतर जिले में अमृतपाल सिंह को फालो करने वाले किसी का संपर्क उसके साथियों के साथ तो नहीं हुआ है।

अमृतपाल की खोज में कुंडेश्वरी क्षेत्र पर भी खुफिया सक्रिय है। यहां कई ऐसे बड़े फार्म हाउस हैं। फार्म हाउसों के मालिक एनआरआइ हैं और कनाडा रहते हैं। अमृतपाल के उत्तराखंड में होने के इनपुट मिलने के बाद पुलिस अलर्ट है। शुक्रवार को इंटरनेट मीडिया पर सूचना वायरल हुई थी कि नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए) की टीम एक महिला को देहरादून से उठाकर दिल्ली ले गई। इस दौरान पुलिस के कुछ अधिकारियों ने मामला संज्ञान में आने की बात तो कही, लेकिन पुष्टि नहीं की। शनिवार को उत्तराखंड पुलिस ने ट्वीटर पर अधिकारिक बयान जारी किया। जिसमें साफ किया है कि एनआइए की कोई भी टीम उत्तराखंड नहीं पहुंची है। यहां किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है।