मसूरी से वरिष्ठ संवाददाता सतीश कुमार की रिपोर्ट: हरेला पर्व पर मसूरी की विभिन्न संस्थाओं ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता का परिचय देते हुए वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
आर्यम इंटरनेशनल फाउंडेशन के तत्त्वावधान में मसूरी स्थित भगवान शंकर आश्रम में 121 पौधों के रोपण के साथ उत्तराखंड के प्रतिष्ठित हरेला पर्व का शुभारंभ किया।
प्रतिष्ठान के प्रमुख आध्यात्मिक गुरु प्रोफेसर पुष्पेंद्र कुमार आर्यम के आह्वान पर स्थानीय वन विभाग के फॉरेस्ट सेक्शन ऑफिसर शफीक अहमद के सहयोग से हरेला पर्व पर वृक्षारोपण अभियान शुरू किया गया। जिसके तहत पौधे रोपें गए व इस सत्र में 500 पौधे संरक्षित करने का लक्ष्य रखा गया है। भगवान शंकर आश्रम में पिछले पाँच वर्षों में लगभग 1100 पौधे लगाए जा चुके हैं।
आश्रम के प्रमुख आर्यम ने बताया कि हमने नयी पीढ़ी को वनस्पति जगत से अच्छे से परिचित कराने के लिए ऐसे सभी पौधे लगाने का प्रयास किया है जिनका ज्योतिष , अध्यात्म और आयुर्वेद से सीधा सम्बंध है। इस क्रम में आनंद वाटिका के नाम से एक उपवन लगभग 15 बीघा जमीन में विकसित किया जा रहा है। अन्य अनेक वांछित पौधे एकत्रित करके लगाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है।
आर्यम के अनुसार हमने जितने पेड़ पौधे लगाए हैं प्रायः सभी की अनवरत देखरेख की जा रही है। हमारा उद्देश्य बच्चों को यह बताना है कि हमारी आयुर्वेदिक धरोहर कितनी मूल्यवान है। बच्चे यह समझ सकें कि क्या कंद है क्या मूल है और क्या फल है।
यही नहीं नक्षत्र वाटिका में नवग्रह से सम्बंधित पौधे भी रौंपें जा रहे हैं जिनसे बड़ी से बड़ी समस्याओं से ग्रस्त व्यक्तियों की मुक्ति सम्भव है।आश्रम का लक्ष्य आने वाले वर्षों में एक लाख पौधे लगाने का है। वृक्षारोपण कार्यक्रम में माँ यामिनी, दीपाली, शिवम् आर्य, सुरेंद्र तथा वन विभाग के अधिकारी शफीक अहमद का सहयोग रहा।यह अभियान पूरे सावन मास तक चलता रहेगा।