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डीएम आशीष चौहान की अध्यक्षता में संपन्न ग्रामों को ओ.डी.एफ. प्लस घोषित किये जाने संबंधी एक कार्यशाला

पिथौरागढ़ से दीपक जोशी की रिपोर्ट: विकास भवन सभागार में जिलाधिकारी पिथौरागढ़ डा आशीष चौहान की अध्यक्षता में स्वजल परियोजना के तत्वाधान में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) द्वितीय चरण में ठोस एवं तरल अपशिष्ट मुक्त ग्रामों को ओ.डी.एफ. प्लस घोषित किये जाने संबंधी एक कार्यशाला संपन्न हुई।

कार्यशाला में जिलाधिकारी द्वारा ओ.डी.एफ. प्लस, स्थायित्व एवं सुजलाम अभियान का शुभारंभ करते हुए ओ.डी.एफ. प्लस एवं सुजलाम अभियान के उद्देश्यों की जानकारी देते हुए अवगत कराया कि उक्त कार्यक्रम भारत सरकार का एक महत्वकांक्षी कार्यक्रम है जिसमें स्वजल परियोजना, ग्राम्य विकास एवं पंचायती राज विभाग द्वारा मिल-जुलकर ग्राम पंचायतों में ठोस तरल अपशिष्ट प्रबंधन का किया जाना है। जिलाधिकारी ने ग्रामों को ओ.डी.एफ. प्लस घोषित किये जाने हेतु ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन कार्याें में गुणवत्ता बनाये रखने के साथ ही प्रत्येक विकासखंड से दो-दो ग्राम पंचायतों को ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन हेतु तैयार करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये। कार्यशाला में जिलाधिकारी द्वारा विभिन्न जनप्रतिनिधियों एवं कार्मिकों को कोविड-19 की तीसरी लहर से सचेत रहने हेतु आहवाहन भी किया गया व निर्देश दिए कि ग्राम पंचायतों में कोविड के लक्षण वाले व्यक्तियों की तुरन्त जांच की जाए और विशेष सावधानी बरती जाय जिससे कि कोविड-19 के संक्रमण को रोका जा सके।
कार्यशाला में प्रभागीय वनाधिकारी द्वारा समस्त प्रतिभागियों को अवगत कराया कि ग्राम पंचायतों में वृक्षारोपण एवं जल संचय हेतु चाल-खाल आदि कार्य किये जा रहे है, पूर्व में भी वन पंचायतों द्वारा इस प्रकार के कार्य किये गये है, जिनकी निगरानी की आवश्यकता है।
कार्यशाला में जिला विकास अधिकारी/परियोजना प्रबंधक स्वजल गोपाल गिरी द्वारा राष्ट्रीय जल अभियान के अंतर्गत कैच द रेन जागरूकता अभियान जिसमें वर्षा के जल को संग्रहित करते हुए जनजागरूकता अभियान चलाये जाने के विषय एवं जल जीवन मिशन के अंतर्गत हर घर को नल से जल प्राप्त होने की जानकारी दी। उन्होंने अवगत कराया कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत कोई भी घर पेजयल संयोजन से वंचित न रहें और कार्य की गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए अपने स्तर अपनी ग्राम पंचायत मे संपादित हो रहे कार्यों की निगरानी करना सुनिश्चित करें। इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों को ओ.डी.एफ. प्लस करने हेतु ग्राम पंचायतों में बैठक का प्रस्ताव करने के साथ ही ग्राम पंचायतों में ओ.डी.एफ. प्लस बोर्ड, सामुदायिक जगहों में दीवार लेखन एवं वाॅल पेंटिंग भी कराया जाना है।
कार्यशाला के दौरान जिला विकास अधिकारी द्वारा अवगत कराया कि भारत सरकार द्वारा संचालित आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत 100 दिन के भीतर 10 लाख सोख्ता पिटों का निर्माण किये जाने हा लक्ष्य निर्धारित किया गया है जिस हेतु अपनी-अपनी ग्राम पंचायतों प्राथमिकता के आधार पर सोख्ता पिटों का निर्माण एक अभियान के तहत किया जाना है जिससे कि स्थायित्व एवं सुजलाम अभियान के माध्यम से ग्राम पंचायतों में गंदले पानी का समुचित निस्तारण एवं प्रबंधन हो सके। कार्यशाला में प्रभागीय वनाधिकारी विनय भार्गव, जिला पंचायत राज अधिकारी हरीश आर्य, स्वजल के कार्मिक एवं जनपद के आठ विकासखंडों के 152 पंचायत प्रतिनिधि एवं ग्राम पंचायत विकास अधिकारी/ग्राम विकास अधिकारियों के द्वारा प्रतिभाग किया गया।

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