अंतराष्ट्रीय

एक हफ्ते में सामने आएंगे कोरोना के साढ़े छह करोड़ केस, इस देश में फिर तबाही की आशंका

बीजिंग। कोरोना वायरस बीमारी को तीन साल से अधिक समय हो चुका है। इन तीन सालों में कोरोना ने जमकर तबाही मचाई। हालांकि, वैक्सीन के आने के बाद से रोजाना के मामलों में काफी कमी आई है। लेकिन चीन में कोरोना ने अब भी लोगों को परेशान कर रखा है। आने वाले दिनों में चीन में कोविड-19 मामलों की संख्या में तेजी से उछाल आने वाला है। जून के आखिरी में चीन में कोरोना वायरस का पीक आ सकता है और मामले एक हफ्ते में साढ़े छह करोड़ तक जा सकते हैं।

चीन में इस समय कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी का कारण ङ्गक्चक्च वैरिएंट है। पिछले अप्रैल से ही एक बार फिर से कोविड के मामले बढ़ रहे हैं और मई के अंत तक सप्ताह में चार करोड़ व जून के अंत तक एक हफ्ते में साढ़े छह करोड़ होने की आशंका है। इस बीच चीन नए टीकों को भी तैयार करने की तैयारी कर रहा है जो ङ्गक्चक्च वैरिंएट को टारगेट करेंगे। एक्सपर्ट झोंग ने कहा, देश के ड्रग रेगुलेटर ने पहले ही दो को प्रारंभिक मंजूरी दे दी है और अन्य तीन या चार को जल्द ही मंजूरी दे दी जाएगी। उन्होंने कहा, हम अधिक प्रभावी टीके विकसित करने में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नेतृत्व कर सकते हैं।

झोंग के अनुमान से पता चलता है कि पिछले साल के अंत में और जनवरी में चीन में आई पिछली लहर की तुलना में संक्रमण की यह ताजा लहर का असर कुछ कम होगा। उस समय, एक अलग ऑमिक्रॉन वैरिएंट ने हर दिन 37 मिलियन लोगों को संक्रमित किया था। इसकी वजह से अस्पतालों और श्मशानों में जगह खत्म हो गई थी। हालांकि, फिर धीरे-धीरे मामलों में कमी आई थी। लेकिन अब एक बार फिर से चीन में कोरोना वायरस की तबाही मचने की आशंका जताई जा रही है। इसी वजह से एक्सपट्र्स ने लोगों को चेतावनी दी है।

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