ब्यूरो रिपोर्ट देहरादून: यूँ तो उत्तराखंड के मंत्री-विधायकों में अंदरूनी कलह चलती रहती है। नेता और विधायक आपस में ही एक दूसरे से खफा भी रहते हैं। जिसके चलते कााफी सुर्खियां बटोरते रहते हैं। अपनी कही हुई बात से भी मुकर जाते हैं। तो वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड के चर्चित हरक सिंह रावत इन दिनों चर्चाचाओं में आ गए हैं। मंत्री हरक सिंह रावत शायद कुछ खफा चल रहे हैं।
दरअसल उत्तराखंडमें भले ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नाराज मंत्रियों को मना लिया हो, लेकिन मंत्रियों के बीच की लड़ाई थमने का नाम नहीं ले रही है। मंत्री हरक सिंह रावत और सत्याल के बीच में चल रही लड़ाई किसी से छुपी नहीं है चाहे मुख्यमंत्री कोई भी हो सबको हरक और शमशेर सत्याल के बीच की लड़ाई का सामना करना पड़ा है। तो वहीं अब इस लड़ाई को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी झेल रहे है।
दरअसल ऊर्जा मंत्री हरक सिंह रावत ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से कर्मकार बोर्ड के अध्यक्ष पद से शमशेर सिंह सत्याल की छुट्टी न होता देख खुद को ही श्रम मंत्रालय से हटाए जाने की मांग की है। ऊर्जा मंत्री हरक सिंह रावत ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिलकर खुद शमशेर सिंह सत्याल को पद से हटाने की मांग कर दी है।
ऊर्जा मंत्री हरक सिंह रावत ने मुख्यमंत्री को दो टूक कहा कि अगर शमशेर सिंह सत्याल इतने ही काबिल है, तो उन्हें श्रम विभाग का मंत्री बना दिया जाए। उनसे इस मंत्रालय को वापस ले लिया जाए। जिससे मंत्री हरक सिंह रावत की नाराजगी साफ देखी जा रही है। अब इस नाराजगी का क्या हल निकलता है भी या नहीं ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा। फिलहाल देखना यह होगा कि आखिर सीएम ऊर्जा मंत्री हरक सिंह रावत की कही हुई बात पर क्या विचार करते हैं.? क्या हरक को पद से मिलेगी छुट्टी या फिर…?