धरती पर होगी क्षुद्रग्रह की बरसात! तेज़ गति से बढ़ रहे पांच क्षुद्रग्रह
25 जुलाई को कुतुबमीनार से तीन गुना बड़े आकार के क्षुद्रग्रह (एस्टेरॉयड ) ‘2008 जीओ 20’ के पृथ्वी से सुरक्षित दूरी से गुजर जाने पर वैज्ञानिकों ने राहत की सांस ली ही थी कि पता चला कि एक हफ्ते के भीतर एक-दो नहीं बल्कि पांच क्षुद्रग्रह बेहद तेज गति से पृथ्वी की ओर आ रहे हैं।
इनमें से दो तो 26 और 27 जुलाई को पृथ्वी के पास से गुजर चुके हैं जबकि तीन और विशाल क्षुद्रग्रह धरती की ओर आ रहे हैं जो 31 जुलाई और तीन अगस्त को पृथ्वी के पास से गुजरेंगे। इनमें से एक कुतुबमीनार के बराबर तो दूसरा कुतुबमीनार से दोगुने आकार का है। ये सभी क्षुद्रग्रह पृथ्वी से सुरक्षित दूरी से ही गुजरेंगे और इनसे पृथ्वी को कोई खतरा नहीं है।
इस सप्ताह 26 जुलाई को कुतुबमीनार से थोड़ा ही छोटा 170 फुट आकार का ‘2021 ओएफ’ क्षुद्रग्रह 31,700 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से पृथ्वी से 44 लाख किमी की दूरी से गुजरा। 27 जुलाई को ‘2020 बीडब्लू 12’ नाम का 67 फीट आकार का क्षुद्रग्रह भी पृथ्वी से लगभग 60 लाख किमी की दूरी से गुजरा।
इस सप्ताह अब जो तीन और क्षुद्रग्रह पृथ्वी की ओर आ रहे हैं उनमें से सबसे बड़ा कुतुबमीनार से दोगुने आकर का ‘2019 वाईएम 6’ क्षुद्रग्रह 31 जुलाई को पृथ्वी से 68 लाख किमी की दूरी से गुजरेगा। तीन अगस्त को एकसाथ दो क्षुद्रग्रह पृथ्वी के निकट से गुजरेंगे। इनमें 92 फीट का ’2020 पीएन1’ पृथ्वी से लगभग 37 लाख किमी की दूरी से गुजरेगा।
इसी रोज कुतुबमीनार के ही आकार का एक और क्षुद्रग्रह ‘2021एनएल 4’ भी पृथ्वी से लगभग 49 लाख किलोमीटर की दूरी से गुजरेगा। आर्य भट्ट शोध एवं प्रेक्षण विज्ञान संस्थान एरीज के वैज्ञानिक डॉ. शशिभूषण पांडे के अनुसार पृथ्वी से 75 लाख किमी तक की दूरी से गुजरने वाला और आमतौर पर 150 मीटर आकार से बड़ा कोई भी एस्टोरॉयड या कोमेट संभावित खतरनाक की श्रेणी में रखा जाता है और इसकी खास निगरानी की जाती है।