ब्यूरो रिपोर्ट गोपेश्वर: उत्तराखण्ड में भूस्खलन की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। भारी बारिश के कारण पहाड़ पर जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। उत्तराखंड में मानसून का दौर जारी है प्रदेश में मौसम पल पल बदल रहा है। वही गोपेश्वर से बड़ी खबर सामने आ रही है जहां गोपेश्वर में बादल फटने की खबर मिली है।
आपको बता दें कि विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी में रविवार देर रात बादल फटने से ग्लेशियर प्वांइट के आसपास पैदल रास्ता बंद हो गया है। फूलों की घाटी के रास्ते में बामणधोण में पुल बहने के साथ द्वारिपेरा में 20 मीटर रास्ता बह गया है।
गौर हो कि बादल फटने से किसी प्रकार जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन कई जगहों पर रास्ते क्षतिग्रस्त हो गए हैं। वन विभाग ने आज फूलों की घाटी जाने वाले पर्यटकों को घांघरिया में ही रोक दिया है। जबकि, कुछ पर्यटक रास्ते में फंसे हुए हैं और रास्ता खुलने का इंतजार कर रहे हैं।
हालांकि वन क्षेत्राधिकारी बृजमोहन भारती ने बताया कि 12 मजदूर सहित वन विभाग की टीम मौके पर जाकर रास्ते और पुल निर्माण कार्य में जुटे हुए हैं। आज शाम तक फूलों की घाटी का पैदल मार्ग यात्रा के लिए बहाल हो जाएगा। उन्होंने बताया कि आज फूलों की घाटी की
यात्रा रोक दी गयी है।
दरअसल घांघरिया में फूलों की घाटी के गेट से अंदर किसी को जाने नहीं दिया जा रहा है। वहीं उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश के चलते पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं भूस्खलन के चलते हैं कई मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं जिसके चलते लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.