देवस्थानम् बोर्ड को लेकर सीएम पुष्कर धामी का बड़ा बयान।
सीएम ने कहा- सरकार सही परिवर्तन के पक्ष में है। सीएम ने बोर्ड को लेकर हाई पावर कमेटी बनाने का ऐलान किया। इसी कमेटी की सिफारिशों पर होगा आगे का फैसला।
आज बुधवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तरकाशी पहुंचे जहां सीएम धामी ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि सरकार देवस्थानम बोर्ड एक्ट में संशोधन के पक्ष में है। इसके लिए उच्च स्तरीय कमेटी गठित की जा रही है। यह कमेटी सभी से चर्चा के बाद संस्कृति देगी। इसी के आधार पर निर्णय लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि तीर्थ पुरोहित लगातार देवस्थानम बोर्ड को लेकर उनसे बात कर रहे हैं। सीएम धामी ने कहा कि बोर्ड को लेकर तीर्थ पुरोहितों वह हक हकूक धारियों में संशय बना हुआ है, उन्हें लग रहा है कि सरकार मंदिरों पर अपना अधिकार करना चाह रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का उद्देश्य मंदिरों को धामों में बेहतर व्यवस्थाएं बनाना है। राज्य के लिए चार धाम यात्रा आर्थिक रूप से सबसे महत्वपूर्ण है। राज्य के सभी वर्गों का और विकास उससे जुड़ा है।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मेरा मानना है कि इस आर्थिक गतिविधि को नया आयाम देते हुए स्थानीय व्यवसायियों वह हक हकूक धारियों के हक पर प्रतिकूल प्रभाव ना पढ़ने दिया जाए।
उन्होंने कहा कि सभी हित धारकों से हमने विचार विमर्श किया है हमारी सरकार देवता राम बोर्ड को लेकर सकारात्मक परिवर्तन के पक्ष में है। वही गंगोत्री धाम के तीर्थ पुरोहितों ने सीएम पुष्कर सिंह धामी के चार धाम देवस्थानम बोर्ड पर उच्च स्तरीय कमेटी बनाने का आश्वासन दिए जाने का स्वागत किया है।
गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल ने कहा कि बोर्ड पर पुनर्विचार के लिए उच्चस्तरीय कमेटी का गठन होते ही वह अपना आंदोलन समाप्त कर देंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिहं धामी ने कहा कि
बोर्ड में संशोधन किया जाएगा।
दरअसल त्रिवेंद्र सरकार के कार्यकाल में बने देवस्थानम बोर्ड पर तीर्थ पुरोहितों का विरोध लगातार जारी है। चारों धामो से जुड़े तीर्थ पुरोहित सहित पंडा समाज इस बोर्ड को भंग करने की अपनी मांग पर लगातार आंदोलनरत है। इससे पूर्व के मुख्यमंत्री तीरथ ने भी इस बोर्ड पर पुनः विचार करने की बात कही थी।
त्रिवेंद्र सरकार के कार्यकाल में बने देव स्थानम बोर्ड पर बनने से लेकर अभी तक विवाद चला आ रहा है। कोर्ट में भी ये मामला लंबित है। इस सब के बाद भी इस पर तीर्थ पुरोहितों और पांडा समाज लगातार इस
बोर्ड को भंग करने की मांग कर रहा है। तीर्थ पुरोहित लगातार सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने भी इस बोर्ड को लेकर संशोधन की बात कही थी, लेकिन अब सूबे की कमान युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कंधों पर है और आज उन्होंने भी माना कि सरकार द्वारा बनाए गए इस बोर्ड में कुछ कमियां है, जिसमें कुछ
संशोधन की जरूरत है। इसलिए सरकार अब देवस्थानम बोर्ड पर एक कमेटी गठित करेगी और उनकी रिपोर्ट के आधार पर इसमें संशोधन किया जाएगा तथा बोर्ड से जुड़े अन्य फैसले लिए जाएंगे।