विवाह, जिसे शादी भी कहा जाता है, दो लोगों के बीच एक सामाजिक या धार्मिक मान्यता प्राप्त मिलन है जो उन लोगों के बीच, साथ ही उनके और किसी भी परिणामी जैविक या दत्तक बच्चों तथा समधियों के बीच अधिकारों और दायित्वों को स्थापित करता है।
शादी दो दिलों का बन्धन है जिसके बन्धन में आजीवन रहना होता है। शादी एक ऐसी साझेदारी है जिसमें समर्पण दोनों को करना होता है। शादी एक ऐसा कहानी है जो प्यार रुपी गहराई में समा जाता है फिर भी अन्त नहीं मिलता है। शादी एक ऐसी जोड़ी है जिसमें प्रेम होता है समर्पण होता है इसलिए सात जन्मों की जोड़ी है।
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार बरेली से एक ऐसा मामला सामने आया जहां शादी के बाद पति ने अपनी पत्नी को तलाक देने के बाद भी घर में रखा हुआ है। जी हां सूत्रों से जानकारी मिली है कि लड़की को जबरदस्ती घर पर यानी ससुराल में ही रखा हुआ है और उसके साथ जोर जबरदस्ती की जा रही है। सूत्रों से जानकारी मिली है कि लड़की के पास संपत्ति पैसा वगैरह है, इसका एक यह भी एक कारण हो सकता है जो वह लड़का यानी उस लड़की का पति उसे भेजना नहीं चाहता जबकि तलाक के बाद लड़की को पति के साथ घर में नहीं रहना चाहिए।
आपको बता दें कि लड़की के पति का नाम साबिर हुसैन है जोकि बरेली आजमनगर गली अशरफ कबाब वाला में रहता है। इस लड़के के पिता का नाम सन ऑफ मोहम्मद यासीन है, जो कि मुंबई नागपाडा में रहता है। वहीं जानकारी मिली है कि इस लड़की के मायके वाले भी लड़की को अपने साथ नहीं ले जाना चाहते हैं।
जानकारी मिली है कि दोनों यानी आपसी परिवारों की सहमति के साथ अरेंज मैरिज की गई थी। शादी को लगभग 2 साल का समय हो चुका है, लेकिन मुसीबत आने पर घर वालों ने ही अपनी बेटी का साथ छोड़ दिया।
आपको इस ऑडियो में लड़की की क्लिप सुनकर जानकारी मिल जाएगी कि यह लड़की जिसने उसको तलाक दे दी है, (यानी उसका पति) वह उसके साथ नहीं रहना चाहती, लेकिन जोर-जबर्दस्ती कर उसका पति अपने साथ ही रखे हुए हैं।
बताते चलें कि मुस्लिम समुदाय में तलाक के बाद लड़की को ससुराल वाले यानी उसका पति साथ में नहीं रख सकता। यह मुस्लिम समुदाय के लिए हराम है, जी हां लेकिन इस मुस्लिम समुदाय के साबिर नाम के लड़के ने इस रिश्ते का बास तक नहीं रखा और अपनी मर्यादाओं की सीमा को पार कर रहा है। अपनी तलाकशुदा पत्नी को अपने ही साथ रखे हुए हैं जो कि मुस्लिम समुदाय में बिल्कुल हराम है.
आपको बताते चलें कि मुस्लिम समुदाय में यदि लड़का लड़की को तलाक दे दे तो लड़की को अपनी इद्दत गुजारने के लिए या तो मायके में रहना होता है या किसी अपनी रिश्तेदार में रहना होता है। ना कि पति के साथ पति के घर में, लेकिन यहां उल्टा ही हुआ है। तलाक के बाद भी लड़की पति के ही साथ रह रही है जो कि बिल्कुल गलत है। तलाकशुदा पत्नी का पति ऐसा कर बहुत गलत कर रहा है।