राजभवन देहरादून से शगुफता परवीन की रिपोर्ट: राज्यपाल बेबी रानी मौर्य से मंगलवार को राजभवन में देहरादून के नव नियुक्त जिलाधिकारी डा. आर राजेश कुमार ने शिष्टाचार भेंट की। उत्तराखंड में मुख्यमंत्री बदलने के साथ ही ब्यूरोक्रेसी में भी बदलाव देखने को मिल रहा है। ऐसे में अब देहरादून जिले की कमान 2007 बैच के युवा आईएएस अधिकारी आर राजेश कुमार के हाथों में दी गई है।
राजधानी के नए डीएम आर राजेश कुमार ने मंगलवार को विधिवत कार्यभार ग्रहण कर लिया है। पदभार ग्रहण करते ही उन्होंने अधिकारियों को जनता से मधुर व्यवहार रखने के निर्देश दिए। साथ ही समस्याओं के तत्काल निस्तारण के भी निर्देश दिए हैं।
आपको बता दें कि डॉ. आर राजेश कुमार साल 2007 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। उन्होंने जिलाधिकारी दफ्तर में विधिवत मंत्रोच्चार के साथ पदभार ग्रहण किया है। पदग्रहण करने के साथ ही उनका बड़ा बयान सामने आया है।
उन्होंने कहा है कि सीएम के निर्देशानुसार बेरोजगार को रोजगार दिलाने व जनता के काम समय से हो ये प्राथमिकता है। साथ ही उन्होंने कहा है कि उनके मोबाइल फोन न उठने की कोई शिकायत नही मिलेगी। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों को आम जनता से मधुर व्यवहार और समस्याओं के तत्काल निस्तारण के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि अगर किसी अधिकारी का व्यवहार आम जनता के प्रति मधुर नहीं होगा तो, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकती है। उन्होंने कहा कि लोक सेवक का धर्म जनता की सेवा है।
गौरतलब है कि डॉ. आर राजेश कुमार को साल 2013 में आई आपदा का अच्छा अनुभव है। डॉ. आर राजेश कुमार साल 2012 से 13 तक उत्तरकाशी के जिलाधिकारी भी रहे हैं। आर राजेश कुमार मूलतः तमिलनाडु से आते हैं. इनकी प्रारंभिक शिक्षा दक्षिण भारत में ही अलग-अलग जगहों पर हुई। जिसके बाद आर राजेश कुमार ने चेन्नई के एक विश्वविद्यालय से विज्ञान विषय से स्तानक और इसके बाद स्नातकोत्तर की परीक्षा पास की।इसके बाद आर राजेश कुमार ने सिविल सर्विस की तैयारी शुरू कर दी। जिसके बाद उन्होंने परीक्षा उत्तीर्ण की और 2007 में उनका चयन सिविल सर्विसेज के लिए हुआ। जिसके बाद आर राजेश कुमार ने उत्तराखंड कैडर को सलेक्ट किया। इन्होंने उत्तराखंड के दूरस्थ जिले उत्तरकाशी और पिथौरागढ़ में जिलाधिकारी के रूप में अपनी सेवाएं दी