उत्तराखंड से बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां बीते दिनों तीलू रौतेली सम्मान कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा था जिसमें वह पूर्व मुख्यमंत्रियों को घोषणा वीर बता रहे थे।
दरअसल तीलू रौतेली सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक बयान दिया। जिसमें सीएम धामी ने कहा कि 2017 और उससे पूर्व की सरकारें सिर्फ बड़ी-बड़ी घोषणाएं करती थीं। उन्होंने कहा कि यह सरकारें दिन में लोगों को तारे दिखाने की बातें कहां करती थी।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को दिल्ली मुंबई और वॉशिंगटन, न्यूयॉर्क, लंदन जैसे शहर बनाने की बात कही जाती थीं। कल बयान देते समय मुख्यमंत्री धामी यह भूल गए कि कौन से पहले के मुख्यमंत्रियों में अधिकांश मुख्यमंत्री भाजपा के रहे.
गौर हो कि यदि सिर्फ बात दूसरे दलों की होती तो भी एक बार को चल जाता लेकिन यहां तो बात खुशी के जोश में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भारतीय जनता पार्टी के साथ मुख्यमंत्रियों पर ही सवाल खड़े कर दिए।
हालांकि बयान में मुख्यमंत्री कांग्रेस के नेताओं पर सवाल खड़े कर रहे थे, लेकिन उनके द्वारा एक शब्द से पूरे बयान का मतलब पलट गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का वीडियो वायरल के बाद लोगों ने आरोप लगाए हैं उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बीजेपी सरकार के पूर्व मुख्यमंत्रियों को भी सवालों के घेरे में खड़ा कर रहे हैं।
घोषणाओं की सरकार चला रहे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने से पूर्व मुख्यमंत्रियों को घोषणा वीर कहा है, विपक्षी मुख्यमंत्री तो ठीक लेकिन क्या त्रिवेंद्र सिंह रावत , तीरथ सिंह रावत, कोशियारी, खंडूरी और निशंक पोखरियाल भी घोषणा वीर ठहरे।
ऐसे में अब मुख्यमंत्री की सफाई सामने आई है। जिसमें वह साफ तौर पर कह रहे हैं कि 2012 से 2017 के बीच में जो सरकार थी, उस सरकार में कई हजारों घोषणाएं हुईं और पूरी सैकड़ों भी नहीं हुईं। 2017 में जब हमारी सरकार आई तो हमने कहा हम जितनी भी घोषणा करेंगे उसे धरातल पर उतारेंगे। जिनका हम शिलान्यास करेंगे उसका लोकार्पण भी करेंगे:- पुष्कर सिंह धामी- मुख्यमंत्री