उत्तराखंड में शनिवार को राजनीतिक पंडितों की ‘गणित’ को दरकिनार कर बीजेपी आलाकमान ने पुष्कर सिंह धामी का नाम प्रदेश के 11वें मुख्यमंत्री तौर फाइनल कर दिया. विधायक दल की बैठक में पुष्कर सिंह धामी को विधायक दल के नेता पद के लिए चुना गया।
उत्तराखंड के 11वें मुख्यमंत्री बनने जा रहे पुष्कर सिंह धामी के मंत्रिमंडल में ज्यादातर पुराने चेहरे ही देखने को मिलेंगे। अलबत्ता, यह भी चर्चा है कि क्षेत्रीय व जातीय संतुलन साधने की कवायद में गढ़वाल मंडल से किसी चेहरे को उप मुख्यमंत्री भी बनाया जा सकता है।
भाजपा हाईकमान ने बदला मुख्यमंत्री!
भाजपा हाईकमान ने मुख्यमंत्री भले ही बदल दिया, लेकिन मंत्रिमंडल में फेरबदल नहीं होने के संकेत हैं। इसकी वजह अगले विधानसभा चुनाव के अब कम वक्त शेष बचा है। नए बनाए जाने वाले मंत्रियों के पास कुछ करने के लिए ज्यादा वक्त नहीं रहेगा। ऐसी स्थिति में पिछली तीरथ टीम में शामिल रहे चेहरों को ही दोहराया जा सकता है।
तीरथ टीम में भी उनसे पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत मंत्रिमंडल के तकरीबन सभी पुराने सदस्यों को जगह दी गई थी। कैबिनेट मंत्री का पद छोड़कर प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए मदन कौशिक समेत रिक्त पदों पर नए मंत्री बनाए गए।
माना जा रहा है कि भाजपा इसी परंपरा को आगे जारी रखने के पक्ष में है। इस वजह से ज्यादातर पुराने मंत्रियों को ही पुष्कर धामी की टीम में शामिल करने की तैयारी है। आगामी चुनाव को ध्यान में रखकर इक्का-दुक्का सीटों पर ही फेरबदल होने के आसार हैं। कैबिनेट में कुमाऊं मंडल के वजन को देखते हुए संतुलन के लिहाज से उपमुख्यमंत्री का पद गढ़वाल के खाते में आ सकता है।
सूत्रों की मानें तो यमकेश्वर विधायक ऋतु खंडूड़ी को यह पद थमाया जा सकता है। ऋतु खंडूड़ी के जरिये मंत्रिमंडल में महिला सदस्यों की कमी भी दूर की जा सकती है। उप मुख्यमंत्री पद पर नए चेहरे को आजमाया जा सकता है या किसी पुराने को यह जिम्मेदारी दी जाएगी, इसे लेकर भी अंदरखाने मंथन जारी रहने के संकेत हैं। चर्चा यह भी है कुछ अन्य विधायकों के दावे पर भी पार्टी विचार कर सकती है।