पिथौरागढ़ से दीपक जोशी की रिपोर्ट: हरेला त्यौहार के अवसर पर जिले में विभिन्न स्थानों में बृहद रूप में पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित कर पौधे रोपित किए गए। साथ नगर मुख्यालय में नगर पालिका द्वारा तथा विभिन्न क्षेत्रों में वन विभाग,उद्यान एवं ग्राम्य विकास विभाग द्वारा आम जन मानस को निःशुल्क पौध भी वितरित किए गए। हरेले के शुभ अवसर पर जिले भर में सामुहिक सहभागिता से हजारों पौध रोपित कर उनकी सुरक्षा व पर्यावरण को स्वच्छ बनाने का संकल्प लिया गया।
जिला मुख्यालय में चंडाक क्षेत्र से पौधारोपण कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी आनन्द स्वरूप द्वारा किया गया उन्होंने मणिपुरी बांज के पौधे को रोपित करते हुए जनपद वासियों को हरेला पर्व की बधाई देते हुए जनपदवासियों से अपील की कि वह प्रकृति को स्वच्छ एवं प्रदूषण मुक्त बनाए रखने हेतु अधिक से अधिक पौधों का रोपण करने के साथ ही उनकी सुरक्षा करें।
इस मौके पर पुलिस अधीक्षक सुखबीर सिंह समेत विभिन्न विभागों के अधिकारियों कर्मचारियों, नगर पालिका के कार्मिकों,विभिन्न जनप्रतिनिधियों, पूर्व सैनिक संगठनों के प्रतिनिधियों के द्वारा बृहद रूप में पौधे रोपे गए। इसके उपरांत जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा पशुपालन विभाग द्वारा चारा विकास समिति पपदेव जनपद पिथौरागढ़ की वन पंचायत भूमि में स्थापित चरागाह में आयोजित पौधारोपण कार्यक्रम में प्रतिभाग प्रतिभाग किया गया।
इस दौरान समूह की महिलाओं के साथ मिलकर उत्साहपूर्वक विभिन्न प्रजाति,भीमल,खड़क, मणिपुरी बांज, स्थानीय बांज, क्वेराल आदि के पौधौं का रोपण किया गया। जिलाधिकारी द्वारा पुलिस लाईन व कलक्ट्रेट परिसर में आयोजित कार्यक्रम में भी प्रतिभाग कर पौधे रोपे गए। इस अवसर पर जिला मुख्यालय में *यक्षवती नदी परिक्षेत्र में भी विभिन्न विभागों द्वारा स्थानीय ग्रामीणों की मदद से बृहद रूप में पौधारोपण किया गया।
इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी के नेतृत्व में जिले के सभी सरकारी कार्यालयों,स्कूलों, सरकारी भवनों,समेत सभी ग्राम पचायतों, खनन पट्टा परिक्षेत्रों, जल स्रोतों के निकट बृहद रूप में पौधारोपण किया गया। जिले में सैन्य एवं अर्ध सैन्य बलों के द्वारा भी अपने-अपने क्षेत्रान्तर्गत पौधे रोपित किए गए।
हरेला पर्व के अवसर पर जिला मुख्यालय के मोस्टमानो चंडाक-मड़ क्षेत्र में 1 हैक्टेयर में प्रथम चरण अंतर्गत 177.58 रुपये की लागत से निर्मित ट्यूलिप लैंडस्केप परियोजना का शुभारंभ माननीय विधायक पिथौरागढ़ चंद्रा पंत द्वारा किया गया।
इस अवसर पर माननीय विधायक ने हरेला पर्व की बधाई देते हुए कहा कि इस क्षेत्र के विकास एवं पर्यटन स्थल को विकसित करने हेतु माननीय पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत द्वारा इस क्षेत्र में ट्यूलिप गार्डन विकसित करने की जो परिकल्पना की गई थी वह आज साकार होने जा रही है। इसके निर्माण से जहां एक ओर पर्यटन गतिविधियों यहां बढ़ेंगी वही स्थानीय लोगों को स्वरोजगार भी मिलेगा।
उन्होंने कहा कि इस परियोजना से स्थानीय लोगों को अधिक से अधिक जोड़ा जाए। उन्होंने कहा कि स्थानीय युवा वर्ग एवं यहॉ की प्रतिभाओं का लाभ लेकर इस परियोजना को बेहतर से बेहतर विश्व प्रसिद्ध बनाया जाएगा। इस अवसर पर जिलाधिकारी आनन्द स्वरूप ने सभी को हरेला पर्व की बधाई देते हुए कहा कि ट्यूलिप गार्डन इस जिले की पर्यटन क्षेत्र को विकसित किए जाने हेतु एक महत्वाकांक्षी योजना है।
इसे धरातल पर मूर्त रूप देने के लिए तेजी दे कार्य करना होगा। *उन्होंने कहा कि आगामी 6 मांह में कुछ न कुछ कार्य इस क्षेत्र में हों। इस हेतु वन विभाग को एक योजनाबद्ध तरीके से कार्य करने की आवश्यकता है। ताकि जिस प्रकार पर्यटक जिले के मुनस्यारी क्षेत्र में आते हैं, वह यहॉ पर भी आएं। ताकि पर्यटन गतिविधियों के बढ़ने से स्थानीय लोगों को रोजगार मिल सके।
कार्यक्रम में उपस्थित ट्यूलिप गार्डन/ लैंडस्केप का कार्य कर रही कार्यदाई संस्था वन विभाग की ओर से *प्रभागीय वनाधिकारी विनय कुमार भार्गव द्वारा इस महत्वाकांक्षी परियोजना के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई । उन्होंने अवगत कराया कि यहॉ की जैव विविधता का हम बेहतर तरीके से लाभ ले सकते हैं। यहाँ की पर्यावरणीय खूबसूरती को ट्यूलिप गार्डन विश्व भर के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करेगा इस उद्देश्य से यह परियोजना तैयार की जा रही है।
उन्होंने कहा कि भारत वर्ष में कुमाऊं क्षेत्र विशेष तौर पर नैनीताल व पिथौरागढ़ जिले के विभिन्न क्षेत्र,ट्यूलिप के उत्पादन के लिए कश्मीर से भी अधिक अनुकूल हैं। यह क्षेत्र प्रत्येक वर्ष लगभग 30 लाख ट्यूलिप के बल्ब तैयार करने में सक्षम है*। उन्होंने कहा कि इस ट्यूलिप परिक्षेत्र में ट्यूलिप के अतिरिक्त लगभग 200 विभिन्न प्रजाति के पुष्प भी विकसित किए जाएंगे। इस कार्य में मुख्य रूप से स्थानीय बेरोजगसर युवाओं की समिति तैयार कर उन्हें रोजगार मुहैया कराए जाने हेतु उनसे कार्य कराया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इसकी प्रोसेसिंग का कार्य भी स्थानीय ग्राम वासियों के द्वारा ही किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उसे 50 हेक्टेयर तक विकसित किया जाएगा। इसमें ट्यूलिप लैंडस्केप विकसित करने के साथ ही एक टॉय ट्रेन,रोपवे का भी प्राविधान रखा जा रहा है। इस हेतु स्थानीय आर्किटेक्ट व इस क्षेत्र में कार्य कर चुके जानकारों की भी मदद ली जा रही है।
उन्होंने कहा कि यह पर्यटन डिस्टेंसिंग अंतरराष्ट्रीय पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित किए जाने के साथ ही आजीविका संवर्धन के क्षेत्र में भी आगे रहेगा। जिसका ड्रोन कैमरे से ले आउट प्लान तैयार कर लिया गया है। उन्होंने आम नागरिकों से इस हेतु इनोवेटिव, क्रिएटिव कार्य के लिए भी सुझाव देने की अपील की।
इस अवसर पर विधायक पिथौरागढ़ चंद्रा पंत,अध्यक्ष नगर पालिका परिषद पिथौरागढ़ राजेन्द्र सिंह रावत,अध्यक्ष जिला सहकारी बैंक मनोज सामंत,अध्यक्ष जिला रेडक्रॉस कमेटी ललित पंत,प्रभागीय वनाधिकारी विनय कुमार भार्गव,कमांडेंट आई टी बी पी जाजरदेवल नरेन्द्र सिंह,मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ विद्यासागर कापड़ी,जिला विकास अधिकारी गोपाल गिरी, मुख्य कृषि अधिकारी अमरेन्द्र चौधरी, सचिव जिला होटल एसोसिएशन राकेश देवलाल, अध्यक्ष यूकेडी चंद्रशेखर कापड़ी समेत क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि,स्थानीय निवासी व विभागों के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।