पिथौरागढ़ से दीपक जोशी की रिपोर्ट: पिथौरागढ़ जिलाधिकारी के पद पर तैनात आनन्द स्वरूप का उत्तराखंड शासन में अपर सचिव ग्राम्य विकास विभाग में हो जाने के फलस्वरूप सोमवार को कलक्ट्रेट सभागार एवं विकास भवन सभागार में विदाई समारोह में विभिन्न विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा उन्हें सम्मानित करते हुए भावभीनी विदाई दी गई।
इस अवसर पर निवर्तमान जिलाधिकारी आनन्द स्वरूप ने कहा कि सरकारी सेवा में लोक सेवकों के लिए जनता सर्वोपरि है, उनके सेवक के रूप में कार्य करना हमारा कर्तव्य है। हम नियमित जनता की समस्याएं सुनें, तथा उनका समाधान करें। अधिकारी सिर्फ हस्ताक्षर करने के लिए नहीं है,सरकारी कार्यों के क्रियान्वयन व जनता की सेवा के लिए है। जनता एवं जनप्रतिनिधियों के साथ अधिकारियों का संवाद नियमित होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सरकारी कार्मिक का सार्वजनिक जीवन है।आम नागरिकों का भरोसा न टूटे इस हेतु ऐसा कार्य करना चाहिए जिससे आम जन को लाभ मिले। उन्होंने कहा कि सरकारी सेवा में मेरा उद्देश्य हमेशा रहा है कि जनता की जितनी भी समस्याएं हैं उनका समाधान कर उन्हें कम करें, न कि उन्हें बढ़ाएं।
उन्होंने कहा कि हर एक अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ प्रदान करें यह हमारा उद्देश्य होना चाहिए। उन्होंने कहा कि पिथौरागढ़ जिले में सभी विभागों में अधिकारियों की एक बेहतर टीम है, जो विकास के कार्यों को निरंतर आगे ले जाने का कार्य कर रही है।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अनुराधा पाल ने निवर्तमान जिलाधिकारी के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि उनकी कर्मठता व कार्यप्रणाली अनुकरणीय है। जनहित के मुद्दे पर त्वरित निर्णय लेने की क्षमता है, जो अनुकरणीय है।इस अवसर पर प्रभागीय वनाधिकारी, अपर जिलाधिकारी समेत विभिन्न विभागों के अधिकारियों द्वारा अपने विचार व्यक्त किए गए।
विदाई समारोह में मुख्य विकास अधिकारी अनुराधा पाल,प्रभागीय वनाधिकारी विनय कुमार भार्गव,अपर जिलाधिकारी फिंचा राम चौहान,संयुक्त मजिस्ट्रेट नंदन कुमार,मुख्य कोषाधिकारी पंकज कुमार शुक्ला,उपजिलाधिकारी डीडीहाट के एन गोस्वामी,मुख्य पशु चिकित्साधिकारी विद्यासागर कापड़ी,जिला विकास अधिकारी गोपाल गिरी, मुख्य कृषि अधिकारी अमरेन्द्र चौधरी,प्रशिक्षु आई ए एस दिवेश शासनी समेत जिलाधिकारी कार्यालय के सभी अधिकारी, कर्मचारी एवं विकास भवन स्थित विभिन्न विभागों के अधिकारी,कर्मचारी उपस्थित रहे।