ब्यूरो रिपोर्ट देहरादून. बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री और उत्तराखंड के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम के एक बयान से भाजपा और कांग्रेस आमने- सामने आ गई है. उत्तराखंड के दो दिवसीय दौरे पर आए दुष्यंत कुमार गौतम ने कांग्रेस में एक अध्यक्ष और चार कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि किसी भी व्यक्ति को अंतिम जगह ले जाने के लिए चार कंधो की जरूरत पड़ती है. यही हालत कांग्रेस की हो गई है. उसने चार कार्यकारी अध्यक्ष बनाकर पांचवें को ले जाने का इंतजाम कर लिया है.
गौतम ने कहा कि कांग्रेस इतनी कमजोर हो गई है कि उसे अब चार कंधों की जरूरत पड़ने लग गई है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब मात्र 25 फीसदी बची है, उत्तराखंड में सल्ट उपचुनाव में उसकी हार इसी का परिणाम है और आगे भी यही होने वाला है. बीजेपी के प्रदेश प्रभारी के इस बयान के बाद कांग्रेस में आक्रोश है.
कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धीरेंद्र प्रताप का कहना है कि ये खुद को पार्टी विद डिफरेंस कहने वाले, राम के नाम पर सियासत करने वाले लोगों का असल आचरण कैसा है ये उनकी अर्मायादित भाषा से पता लगता है. कांग्रेस का कहना है कि ये जनाजा ले जाने वाले लोग नहीं कांग्रेस के पंच प्यारों की टीम है, जो 2022 में बीजेपी का जनाजा निकालेंगे.
वहीं, कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव का कहना है कि बीजेपी पहले अपनी चिंता करे. बीजेपी ने साढ़े चार साल में तीन मुख्यमंत्री बदल दिए और अब एक बार फिर अध्यक्ष को भी बदलने की तैयारी है. देवेंद्र यादव ने कहा कि कांग्रेस अपने घर और उत्तराखंड की जरूरतों को जानती है. इसी लिहाज से लोगों की राय लेकर कांग्रेस ने ये फेरबदल किया है.
उत्तराखंड में हाल ही में कांग्रेस ने बड़ा फेरबदल करते हुए अध्यक्ष प्रीतम सिंह नेता प्रतिपक्ष बना दिया और उनकी जगह पूर्व विधायक गणेश गोदियाल को अध्यक्ष बनाने के साथ ही चार कार्यकारी अध्यक्ष बना दिए गए.