डोईवाला से जावेद हुसैन की रिपोर्ट: आज SDRF ,पोस्ट रतूड़ा,रुद्रप्रयाग की टीम अपने दैनिक अभ्यास हेतु रवाना थी कि शिवनंदी के पास एक बछड़े को डामर से लिपटा हुआ देखा। डामर में लिपटे होने के कारण बेज़ुबान जानवर चल भी नहीं पा रहा था। समस्त राहगीर बस तमाशगिन बने देख रहे थे परन्तु किसी के मन मस्तिष्क में सहायता करने का विचार तक नही आ रहा था।
SDRF निरीक्षक अनिरुद्ध भंडारी से बछड़े की पीड़ा नहीं देखी गयी और उन्होंने तुरंत अपनी टीम के साथ मिलकर बछड़े के शरीर से धीरे धीरे सावधानीपूर्वक डामर को हटाया। डामर को हटाने से पूर्व बछड़े की गतिविधियां शिथिल होती जा रही थी, परन्तु डामर हटते ही बछड़ा पुनः क्रियाशील हो गया। SDRF द्वारा कुछ समय तक बछड़े का अवलोकन भी किया गया , जिससे यह सुनिश्चित कर सके कि वह अब पूर्णतः क्रियाशील है।