ब्यूरो रिपोर्ट: उत्तराखंड में कोविड-19 महामारी और लॉकडाउन के कारण ठप पड़े परिवहन चालकों परिचालकों को राहत देने के लिए वाहन टैक्स को तीन माह तक माफ कर सकती है। कोरोना काल में बस, टैक्सी, मैक्सी, ऑटो, विक्रम, मैजिक का काम बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
क्योंकि कोरोना महामारी के कारण कर्फ्यू लागू किया गया, जिससे यात्री वाहन नहीं चल सके। सरकार से शायद आर्थिक मदद मिलेगी। आपको बता दें कि उत्तराखंड में यात्री वाहनों का तीन माह का टैक्स माफ हो सकता है। परिवहन विभाग ने टैक्स माफी का प्रस्ताव वित्त विभाग को भेज दिया है।
यदि सरकार प्रस्ताव को पास कर देती है तो प्रदेश में डेढ़ लाख मोटर मालिकों को इसका लाभ मिलेगा। कोरोना काल में बस, टैक्सी, मैक्सी, ऑटो, विक्रम, मैजिक का काम बुरी तरह प्रभावित हुआ है। अप्रैल महीने से कोरोना की दूसरी लहर के प्रकोप के चलते कोरोना कफ्र्यू लागू हो गया था, जिस कारण यात्री वाहनों का संचालन नहीं हो पाया।
गौर हो कि यात्री वाहनों के मालिकों ने सरकार से आर्थिक मदद, टैक्स में छूट के साथ ही किराया बढ़ाने की मांग की। सरकार यात्री वाहनों के ड्राइवर-कंडक्टरों को छह माह तक दो-दो हजार की आर्थिक मदद देने का शासनादेश कर चुकी है। अब टैक्स माफ करने की तैयारी चल रही है। परिवहन विभाग ने अप्रैल से जून तक का टैक्स माफ करने के लिए प्रस्ताव तैयार कर वित्त को भेज दिया है।
कोरोना कफ्र्यू के दौरान जब वाहनों का संचालन नहीं हुआ, उस दौरान का टैक्स माफ करने के लिए हमने प्रस्ताव वित्त को भेजा है। यह प्रस्ताव कैबिनेट बैठक में जाएगा। टैक्स छूट का फैसला कैबिनेट बैठक में ही होगा।- रंजीत सिन्हा, सचिव परिवहन