मसूरी से वरिष्ठ संवाददाता सतीश कुमार की रिपोर्ट: मसूरी कैमल बैक रोड स्थित इस हवा घर का पुश्ता ढह गया है. जिससे हवा घर पर खतरा मंडराने लगा है. हालांकि, पालिका प्रशासन ने पुश् ते का ट्रीटमेंट शुरू कर दिया है. बता दें कि साल 1845 में अंग्रेजों ने इस हवा घर का निर्माण किया था. यहां से हिमालयी श्रृंखलाओं के खूबसूरत नजारों को निहार सकते हैं, देश विदेश के पर्यटक जब मसूरी आतें है तो वह कैमल्स बेक रोड स्थिति इस हवा घर को देखने जरूरत आतें है.
वही स्थनीय लोग रोज सुबह शाम को टहलने यहाँ आतें है और इस हवा घर मे बैठ कर प्रकर्ति का लुफ़्त उठातेहै ।बता दे कि इन दिनों मसूरी ही नही पूरे उत्तराखंड में मानसून पूर्ण रूप से सक्रिय है भारी बारिश के चलते हवा घर का पुस्ता गिर गया जब इसका संज्ञान नगर पालिका ने लिया तो तुरंत पुस्ते का कार्य शुरू करवा दिया हां नगर पालिका को चाहिएं की पौराणिक व ऐतिहासिक धरोवरों का समय समय पर ध्यान दे जिससे कि मसूरी जैसे ऐतिहासिक शहर की धरोहरों को जिंदा रख्खा जा सके ।