ब्यूरो रिपोर्ट देहरादून: कांवड़ यात्रा को लेकर चल रहे असमंजस के बीच यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी से बात की है। इसके बाद माना जा रहा है कि कांवड़ यात्रा को रद्द करने का अपना फैसला धामी सरकार वापस ले सकती है। हर साल करोड़ों श्रद्धालु श्रावण मास में कांवड़ यात्रा पर निकलते हैं। कोरोना के खतरे को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने इसबार भी कांवड़ यात्रा पर पूरी तरह से रोक लगाने के आदेश दिए हैं।
30 जून को इस संबंध में सरकार ने एक आदेश भी जारी किया था। पिछले साल भी कोरोना महामारी की वजह से कांवड़ यात्रा रद्द कर दी गई थी। सूत्रों से जानकारी मिली है कि उत्तराखंड सरकार अपने निर्णय पर दोबारा विचार कर रही है और यात्रा को इजाजत दी जा सकती है। इससे पहले यूपी सरकार ने 25 जुलाई से कांवड़ यात्रा शुरू करने का ऐलान किया था।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को कांवड़ यात्रा के संबंध में पड़ोसी राज्यों से सामंजस्य बनाने के निर्देश दिए थे। इसके साथ ही उन्होंने उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी से इस सिलसिले में फोन पर बात की थी। सूत्रों ने बताया कि सीएम योगी ने धामी से अपील की है कि सीमित संख्या में कांवड़ियों को हरिद्वार जाने की इजाजत दी जाए। यहां से कांवड़िए गंगाजल लेते हैं।
बुधवार को इस मुद्दे पर हरिद्वार में सीएम धामी ने कहा, ‘मैंने गुरुवार को कांवड़ यात्रा पर चर्चा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। हमारा उद्देश्य है कि किसी तरह श्रद्धालु निराश ना होने पाएं।’ जब यह पूछा गया कि क्या उत्तराखंड सरकार इस मुद्दे पर केंद्र सरकार की सलाह लेने की तैयारी कर रही है तो धामी ने कहा, ‘यह यूपी और उत्तराखंड के बीच का मामला है। यूपी के सीएम और मैंने इस मुद्दे पर दो बार बात की है। अगर जरूरत पड़ी तो मैं उनसे इस मामले में फिर बात करूंगा।’
2019 में जब कांवड़ यात्रा हुई थी तब 3.3 करोड़ से ज्यादा कांवड़िए हरिद्वार आए थे। इसमें मुख्य रूप से हरियाणा, यूपी, दिल्ली और राजस्थान के श्रद्धालु शामिल थे। उधर यूपी सरकार ने सभी जिलों के डीएम को कावंड यात्रा की तैयारियां शुरू करने से निर्देश दिए हैं। आदेश में कांवड़ यात्रा में कोरोना प्रोटोकॉल का ध्यान रखने को कहा गया है।