ब्यूरो रिपोर्ट हरिद्वार: कोरोना की तीसरी लहर की चिंताओं के बीच कांवड़ यात्रा को आगे बढ़ाने के उत्तर प्रदेश सरकार के फैसले से सुप्रीम कोर्ट नाराज है।कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को लेकर स्वास्थ्य विशेषज्ञों और केंद्र सरकार की चिंता बढ़ती जा रही है। इस बीच कांवड़ यात्रा भी शुरू होने वाली है। कांवड़ यात्रा का धार्मिक महत्व है और भक्तों का इससे अत्यधिक भावनात्मक जुड़ाव।
उत्तराखंड सरकार की ओर से कांवड़ मेले में रोक लगाने के बाद हरिद्वार पुलिस ने कांवड़ियों को हरिद्वार आने से रोकने के लिए कमर कस ली है। एसएसपी ने बैठक कर रूपरेखा तैयार की कि कैसे कांवड़ियों को रोकना है? इसके लिए भी प्लान तैयार किया गया है।
सीमाओं को कांवड़ियों के लिए 24 जुलाई से ही सील कर दिया जाएगा। कांवड़िये मेले के दौरान हरिद्वार आये तो उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा, और उनके वाहन को भी सीज किया जाएगा। एसएसपी ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए है।
बुधवार को पुलिस लाइंस रोशनाबाद हरिद्वार के सभागार में एसएसपी सेंथिल अवूदई कृष्णराज एस ने हरिद्वार में कांवड़ियों को रोकने की रणनीती के संबंध में बैठक की। जिसमें सभी क्षेत्राधिकारी, कोतवाली प्रभारी एवं थानाध्यक्षों को बताया गया कि कोरोना संक्रमण से जनता की जान की सुरक्षा के दृष्टिगत सरकार ने कांवड़ मेला 2021 पर रोक लगाने का निर्णय लिया है। सरकार के निर्णय के पालन कराने के लिए तैयारियां की जानी है।
प्रशासन की मदद से सीमाओं को कांवड़ मेला शुरू होने से पहले ही सील कर दिया जाएगा। साथ ही सोशल मीडिया के माध्यम से आदेश के संबंध में व्यापक प्रचार प्रसार किया जाएगा। 10 पुलिस टीम को हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, यूपी और पश्चिमि उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों में भेजा जाएगा