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उत्तराखंड: सेक्स रैकेट का पर्दाफाश! स्पा सेंटर की आड़ में जिस्म की सौदेबाजी

ब्यूरो रिपोर्ट: पर्यटन नगरी में देह व्यापार का धंधा चला रहे संचालकों को पुलिस और प्रशासन का भय नहीं है। हल्द्वानी में स्पा सेंटर की आड़ में जिस्म का सौदा किया जा रहा है। देह के सौदागर दूसरे राज्यों की लड़कियों के साथ-साथ उत्तराखंड की बेटियों को भी देह के काले कारोबार में झोंक रहे हैं, उनकी जिंदगी बर्बाद कर रहे हैं। सोमवार को यहां पुलिस ने हाइडिल गेट के पास एक स्पा में चल रहे सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया था, वहां से 9 लड़कियां रेस्क्यू की थीं। अब दुर्गा सिटी सेंटर में चल रहे सैक्स रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। यहां से 5 लड़कियों को रेस्क्यू किया गया।
आपको बता दें कि पुलिस ने केयर टेकर को भी गिरफ्तार कर लिया है, जबकि संचालिका समेत तीन लोग फरार हैं। एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग राइट्स को स्पा-19 में देह व्यापार होने की सूचना मिली थी। गुरुवार को पुलिस ने मौके पर छापा मारा तो संचालिका समेत कई लोग मौके से भाग निकले। पुलिस ने केयर टेकर देवेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया है, जबकि 5 लड़कियों को रेस्क्यू किया गया। इनमें से एक लड़की काठगोदाम, दो दिनेशपुर और दो दिल्ली की रहने वाली हैं। सभी को वन स्टॉप सेंटर भेज दिया गया है.
रेस्क्यू की गई लड़कियों ने बताया कि उन्हें लालच देकर गलत काम करवाया जा रहा था। स्पा सेंटर की संचालिका हल्द्वानी निवासी निर्मला जोशी है, जो अपने सगे भतीजे मनीष खाती के साथ मिलकर रैकेट चला रही थी। मैनेजर कौशल भी इसमें उनका साथ देता था। ये तीनों फरार हैं। लड़कियों ने बताया कि स्पा में आने के बाद ग्राहक रजिस्टर पर लिखकर अपना फीडबैक भी देते थे।
आरोपियों ने उन्हें पहले सिर्फ मसाज के लिए सेंटर में रखा था, लेकिन बाद में गलत काम भी कराने लगे। मना करने पर सैलरी रोक दी जाती थी, रसूखदारों का डर दिखाया जाता था। स्पा सेंटर में हर दिन 50 हजार से 1 लाख तक की कमाई होती थी। पुलिस के मुताबिक रेस्क्यू की गई लड़कियों में से तीन की उम्र बहुत कम है, उनके नाबालिग होने की आशंका है।
एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल की प्रभारी ललिता पांडे ने बताया कि चारों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपियों के खिलाफ सबूत जुटाए जा रहे हैं। पुलिस कार्रवाई के साथ इनकी प्रॉपर्टी भी सीज की जाएगी।
पर्यटन नगरी में देह व्यापार का धंधा चला रहे संचालकों को पुलिस और प्रशासन का भय नहीं है। जिसमें कहा जा रहा है कि रोज 50000 से एक लाख तक की कमाई के चलते वह मनमानी पर उतर आए हैं। जबकि बीते दो अगस्त को भी पुलिस ने छापेमारी करके देह व्यापार के धंधे का भंडाफोड़ किया था। ऐसे में तीन दिन बाद ही फिर से देह व्यापार का पर्दाफाश किया गया है। जिससे पता चल रहा है कि संचालकों को किसी तरह का कोई भय नहीं है।

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