ब्यूरो रिपोर्ट उत्तरकाशी: उत्तराखंड में मानसून का दौर जारी है। पहाड़ों पर हो रही बारिश लोगों पर आफत बनकर टूट रही है।उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बारिश के कारण आम जनजीवन अस्त व्यस्त है। वहीं बीतेे दिनों उत्तरकाशी मेंं आई आपदा सेे लोगों का जीवन अस्त व्यस्त हो गया।
इतना ही नहीं उत्तरकाशी में बना ब्रिज भी आपदा केे कार बह गया था, जो कि अब लगभग तैयार हो चुका है। बीते 18 जुलाई की रात आई आपदा में चारधाम यात्रा और टिहरी जनपद को जोड़ने वाले उत्तरकाशी-लम्बगांव मोटर मार्ग का साड़ा पुल बह गया था। इसके स्थान पर लोक निर्माण विभाग ने 24 मीटर लम्बा वैली ब्रिज तैयार कर दिया है।
दरअसल लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आज शाम तक अंतिम चरण का कार्य पूरा हो जाएगा। पुल निर्माण के बाद स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) के मौके पर इस वैली ब्रिज को आवाजाही के लिए खोल दिया जाएगा। इस पुल पर आवाजाही शुरू होने से धौन्तरी उप तहसील, बाड़ागड्डी सहित लम्बगांव क्षेत्र के ग्रामीण राहत की सांस लेंगे। पुल बहने से ग्रामीण अतिरिक्त दूरी के साथ गदेरे से जान जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे हैं।
लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता अनिरुद्ध भंडारी ने जूनियर इंजीनियर तकदीर सिंह और ठेकेदार के साथ उत्तरकाशी-लम्बगांव मोटर मार्ग पर बने नए 24 मीटर लंबे वैली ब्रिज का निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद अनिरुद्ध भंडारी ने बताया कि 18 जुलाई की रात को यह पुल बह गया था, जिसके बाद यहां पर खाई बनने से आवाजाही बंद थी। उन्होंने कहा कि 19 जुलाई शाम से ही साड़ा में वैली ब्रिज का निर्माण शुरू कर दिया था।
अनिरुद्ध भंडारी ने बताया कि 15 अगस्त को दोपहर बाद साड़ा के समीप वैली ब्रिज को आवाजाही के लिए खोल दिया जाएगा। 80 फीट लंबे इस पुल की भार क्षमता 16.2 टन है। वहीं, उत्तरकाशी जनपद से बाड़ागड्डी सहित धौन्तरी उपतहसील सहित टिहरी के लम्बगांव क्षेत्र के कई गांवों का सम्पर्क टूट गया था।