ब्यूरो रिपोर्ट देहरादून: वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर उत्तराखंड की सियासत गरमा गई है। 2022 को लेकर भाजपा ने भी चुनावी रणनीति बना ली है। वहीं आप प्रवक्ता के बयान पर जमकर विरोध किया जा रहा है। उत्तराखंड की जनता के लिए अपमानित शब्द कहने वाली आप प्रवक्ता उमा सिसोदिया इन दिनों प्रदेश की जनता और राजनीतिक दलों की किरकिरी बन गई हैं।
भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने आम आदमी पार्टी की प्रवक्ता के उत्तराखंड की जनता की तुलना भूखे कुत्तों से करने पर कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने इसे आम आदमी पार्टी का मानसिक दिवालियापन करार दिया। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी चौहान ने एक बयान में कहा कि गिरगिट की तरह रंग बदलने में माहिर आप को उत्तराखंड और उत्तराखंडियत की समझ नहीं है।
देश की सीमाओं की चौकसी में शहादत देते वीर सैनिको के प्रदेश उत्तराखंड ने स्वतंत्रता आंदोलन से लेकर तमाम तरह की गतिविधियों में समाज और देश हित में आगे बढ़ कर कार्य किया है, लेकिन कभी सम्मान और स्वाभिमान से समझौता नहीं किया।
उन्होंने कहा कि तीलू रौतेली से लेकर वीर चंद्र सिंह गढ़वाली जैसे नायकों के वंशज कभी भीख या कायर नहीं हो सकते। चौहान ने कहा कि सुर्खियों में आने के लिए आम आदमी पार्टी ऐसी मर्यादाओं को हमेशा लांघती रही है। आप को फ्री का चुग्गा फेंकने की जरूरत उत्तराखंड में नहीं, बल्कि उत्तराखंड से शिष्टाचार सीखने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि अपने लिए जमीन तलाश रही आप को इस तरह की अमर्यादित टिप्पणी के लिए देवभूमि की जनता से माफी मांगनी चाहिए। भाजपा नेता ने कहा कि इससे पहले दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पवित्र आराध्य नंदा देवी पर्वत की तुलना दिल्ली के कूड़े के ढ़ेर से कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि अब राज्य की जनता के अपमान को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगी।
दरअसल सोशल मीडिया पर वायरल हुए प्रवक्ता के बयान से इन दिनों चर्चाओं का बाजार गरम है, उमा सिसोदिया ने उत्तराखंड की जनता की तुलना घोर अपमानित शब्दों से कर डाली। जिसका वीडियो जमकर वायरल हो रहा है।
हालांकि विरोध के बाद आप की प्रदेश प्रवक्ता उमा सिसोदिया ने अपने इस कृत्य पर माफी भी मांग ली है। उन्होंने कहा कि वह उत्तराखंड की जनता का कभी अपमान नहीं कर सकती हैं।