पिथौरागढ़ से दीपक जोशी की रिपोर्ट: उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में गुलदार का आतंक लगातार बना हुआ है, जिसके चलते लोग दहशत में जीने को मजबूर हैं, तो वहीं गुलदार के आतंक से कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, तो कई लोग मौत के मुंह में चले गए।
वहीं एक ऐसा ही मामला पिथौरागढ़ से सामने आ रहा है जहां तीन दिन पहले गुलदार के हमले में गंभीर रूप से घायल बसंत तिवारी निवासी ग्राम डाकुड़ा(घाट) निवासी की देर रात उपचार के दौरान मौत हो गई गौरतलब है कि तिवारी 3 दिन पहले अपने घर की छत पर सो रहे थे उसी दौरान गुलदार द्वारा हमला करने से उनके सिर और मुंह में गंभीर चोट आ गई थी।
तिवारी अपने पीछे पत्नी, विमला देवी, 3 बच्चों को छोड़कर गए हैं । पूजा(13), नंदा(11), हरीश (7)।
तिवारी अपने घर पर रहकर ही काश्तकारी कर अपने बच्चों का भरण पोषण कर रहे थे।
घर के एकमात्र कमाने वाले व्यक्ति के यू चले जाने से परिवार पर दुखों का पहाड़ आ गया।
जिला पंचायत उपाध्यक्ष कोमल मेहता ने कहा के इस घटना को लेकर वन विभाग अधिकारियों से बात हुई है तत्काल प्रभावित परिवार को राष्ट्रीय आपदा व वन्य जीव सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत अनुमन्य राहत राशि प्रभावित परिवार की दी जाय।